-एक्स PM व भारत रत्‍‌न की 97वीं जयंती पर विभिन्न संगठनों ने ऑर्गनाइज किये प्रोग्राम्स

- इंदिरा गांधी को बताया गया साहसिक व विलक्षण प्रतिभा का धनी

VARANASI:

एक्स पीएम व भारत रत्‍‌न इंदिरा गांधी की 97वीं जयंती पर बुधवार को विभिन्न संगठनों ने उन्हें याद किया। इस अवसर पर एक्स एमएलसी मणिशंकर पांडेय ने कहा कि इंदिरा जी का पूरा प्रधानमंत्रित्व काल साहसिक निर्णय लेने के लिए याद किया जाएगा। एक इंदिरा जी ही थीं जिन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण, राजाओं के प्रिविपर्स की समाप्ति, बीस सूत्री प्रोग्राम का सृजन सहित विश्व की दो महाशक्तियों से अलग गुटनिरपेक्ष देशों का महासम्मेलन आयोजित किया, जिसमें विश्व के सौ से अधिक देश भारत के साथ खड़े हुए। ऐसे डिसीजन से भारत का विश्व में सम्मान बढ़ा। पीसीसी मेंबर दुर्गा प्रसाद गुप्त ने कहा कि इंदिरा जी ने सन् क्97भ् में ही पोखरण में परमाणु परीक्षण कराकर तथा सन् क्97क् में बड़ी संख्या में पाक सैनिकों का आत्मसमर्पण कराकर बांग्लादेश के उदय की नायक बनीं। इस अवसर पर रामेश्वर प्रसाद शास्त्री, सुनील राय, मंगलेश सिंह, डॉ। जितेंद्र लाल, डॉ। अनुपम पांडेय, डॉ। संजय चौबे व अनूप गुप्ता प्रेजेंट रहे। इसी क्रम में राजीव गांधी स्टडी सर्किल एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के तत्वावधान में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ जयंती समारोह आयोजित हुआ। प्रदेश समन्वयक प्रो। सतीश कुमार राय ने कहा कि राष्ट्रव्यापी राजनीतिक लोकचेतना को जागृत कर महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्र की जिस चेतना को साकार किया और जिसे नेहरु एवं पटेल ने आजादी के बाद राष्ट्र के संगठनात्मक एकीकरण का रुप दिया, उसी राष्ट्रीयता अखंडता की बेदी पर इंदिरा गांधी ने अपनी शहादत दी। समारोह को विद्यापीठ समन्वयक प्रो। एमएम वर्मा ने भी संबोधित किया। स्वागत छात्रसंघ उपाध्यक्ष राहुल राज ने किया। वहीं कांग्रेस कमेटी, व्यापार प्रकोष्ठ, इंटक, मानव एकता परिषद व यूनिक सोशल वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले भी विभिन्न आयोजन किये गये।

Posted By: Inextlive