---जेल में चक्कर आने का बहाना बना रिम्स में एडमिट था कैदी, खिड़की से कूद कर भागा

--किंगलैंड स्कूल की प्रिंसिपल और उनके बेटे की हत्या का आरोपित है आशीष घोष

रांची : रिम्स से एक बार फिर कैदी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। कैदी आशीष घोष बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा यानी होटवार जेल से इलाज के लिए रिम्स लाया गया था। पुलिसकर्मियों की लापरवाही से वह हथकड़ी का रस्सा खोल भागने में सफल रहा। घटना शुक्रवार सुबह 10.30 बजे की है। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली, महकमे में हड़कंप मच गया। कैदी आशीष घोष दोहरे हत्याकांड का आरोपित है। वह हिल व्यू रोड स्थित किंगलैंड स्कूल की संचालिका सह भाजपा नेत्री आरती कुमारी (45) और बेटे रितेश कुमार(10) की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। घटना की सूचना मिलने पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, बरियातू थानेदार संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी जांच करने पहुंचे थे। पुलिस जिन रास्तों से होकर भागा है उस रूट के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। हवलदार विद्यानंद सिंह की शिकायत पर कैदी के भागने मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पागलपन का करता था नाटक

पुलिस ने बताया कि कैदी आशीष घोष को जेल में चक्कर आता था। बेहोश होकर गिर जाता था। इस वजह से उसे जेल प्रबंधन ने बीते 16 अक्टूबर को रिम्स भेजा था। मेडिसीन आइसीयू में भर्ती था। वहां डॉक्टरों के सामने अक्सर पागलपन का नाटक करता था। उसकी सुरक्षा में हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह थे। शुक्रवार घटना के कुछ देर पहले सिपाही रामराज चाय पीने निकला था। जबकि दूसरा हवलदार विद्यानंद डॉक्टर से कैदी आशीष के बारे में जानकारी लेने गया था।

नहीं थे दोनों पुलिसकर्मी

कैदी आशीष घोष के हाथ में हथकड़ी लगी थी, जिससे एक रस्सा अटैच था। यह रस्सा भी बेड के किनारे लोहे की एक पाइप से बंधा था। कैदी आशीष घोष ने मौका ताड़ लिया। उसने हथकड़ी से रस्से को खिसका लिया। जबकि हाथ में हथकड़ी का चूड़ा लगा रहा। बेड के बायीं ओर खिड़की से छज्जे पर कूदा और वहां से फिर नीचे कूदकर फरार हो गया। यानी 14 फीट की ऊंचाई से वह कूद कर भागने में सफल रहा। वह रिम्स के पिछले रास्ते से रिम्स किचन होते हुए भाग निकला।

सस्पेंड होंगे पुलिसकर्मी

हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह की लापरवाही पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद दोनों को सस्पेंड किया जाएगा।

पुलिस ने आशीष के घर में मारा छापा

रिम्स में डॉ। विद्यापति की यूनिट में कैदी आशीष घोष का इलाज चल रहा था। वहां से शुक्रवार को साइकियाट्रिक यूनिट के लिए एक पत्र लिखा गया है। जिसमें साइकियाट्रिक जांच का आग्रह किया गया है। डॉक्टरों से वह पागलों की तरह बात करता था, कहता था मैं तुम्हारा इलाज करूंगा। फरार कैदी आशीष घोष पिता शिशिर घोष भरमटोली खिजूर टोल का रहने वाला है। पुलिस ने उसके घर भी छापेमारी की, लेकिन वह घर पर नहीं मिला।

'फरार कैदी की तलाश की जा रही है। उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा किस स्तर पर लापरवाही हुई है इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद दोनों सस्पेंड किए जाएंगे.'

दीपक कुमार पांडेय, डीएसपी सदर रांची।

Posted By: Inextlive