- मुलाकात के बाद बाहर आई पर्ची से मचा हुआ है हड़कंप

- जेल अधिकारियों ने कहा, ट्रांसफर रोकने को फैलाई अफवाह

GORAKHPUR: मंडलीय कारागार में चोरी और लूट के आरोप में बंद सुजीत से मिलने गए उसके भाई ने पिटाई का आरोप लगाते हुए पर्ची वायरल की है। पर्ची में लिखा है कि तीन दिनों से 20 बंदी भूख हड़ताल पर हैं। उधर जेल अधिकारियों ने 20 बंदियों की भूख हड़ताल को अफवाह बताया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने कहा कि हाल ही में 50 बंदियों का आजमगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद से कुछ बंदी दबाव बनाने के लिए अफवाह फैला रहे हैं।

बंदी के भाई ने लगाया आरोप

चौरीचौरा एरिया के रौतनिया सरदार का सुजीत चोरी और लूट के आरोप में दो साल से बंद है। रविवार को उसका छोटा वीरू पासवान उससे मिलने पहुंचा था। उसके साथ मोहल्ले की दो महिलाएं लक्ष्मीना और सावित्री भी थीं। मुलाकात से लौटने के बाद उसने अपने परिचितों को बताया कि जब सुजीत बैरक से बाहर आया तो एक अन्य बंदी उसे सहारा दे रहा था। उसके सिर में चोट लगी थी। वीरू के पूछने पर सुजीत ने बताया कि जेल में उसकी पिटाई हुई है। पेशी से लौटते समय उससे रुपए मांगे गए। पैसे न देने पर उसे पीट दिया गया जिससे सिर में चोट लग गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वीरू से ज्यादा बातचीत करने के बजाय सुजीत ने उसे एक पर्ची थमा दी। पर्ची पर पीछे सुजीत ने अपनी पीड़ा लिखी थी। बताया था कि पेशी से लौटते समय वार्डर ने रुपए मांगे। न देने पर उसे एक अधिकारी के पास ले गया। वहां उसे पीटा गया जिससे सिर में चोट लगी। इससे आक्रोशित होकर साथी बंदियोुं ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। हालांकि जेल प्रशासन ने इसे अफवाह बताया। कहा कि बंदी को गिरने से चोट लगी थी। इसके बाद उसे जेल प्रशासन को घेरने का मौका मिल गया। बंदियों का ट्रांसफर होने की वजह से कुछ लोग झूठी अफवाह फैला रहे हैं।

बंदी की पिटाई और हड़ताल की बात पूरी तरह से झूठ है। जेल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। सभी बंदी जेल का भोजन कर रहे हैं। गोरखपुर जेल से कुछ बंदियों को बाहर शिफ्ट किया जा रहा है। इस चक्कर में दबाव बनाने के लिए किसी ने अफवाह फैला दी गई है। इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी।

डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive