- रोडवेज बस डिपो से सवारियां उठा रहे ड्राइवर

- एक साल पूर्व शहर के बाहर खदेड़े गए थे वाहन

GORAKHPUR: शहर के भीतर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए बाहर की गई प्राइवेट बसें फिर लौट आई हैं। रेलवे स्टेशन, यूनिवर्सिटी चौराहा से लेकर पैडलेगंज के बीच सैकड़ों बसें आवाजाही कर रही हैं। तीसरी बार बसों के संचलन को अनुमति किसने दी है। यह बताने को कोई तैयार नहीं है। अलबत्ता, यह बात सामने आई है कि पूर्व एसएसपी के तबादले के कुछ दिनों के बाद ही धीरे-धीरे एक के बाद एक बसें शहर के भीतर से आवागमन करने लगीं। आरटीओ ने कहा कि दो दिन पूर्व प्राइवेट बसों की आवाजाही रोकने के लिए कार्रवाई की गई थी। उन्होंने इसकी जवाबदेही पुलिस पर टाल दी। उधर एसपी ट्रैफिक ने कहा कि पब्लिक की सुविधाओं को देखते हुए कोई कदम उठाया जाएगा। रोडवेज के कार्यवाहक रीजनल मैनेजर ने बताया कि डग्गामार बसों के डिपो से सवारी भरने के संबंध में कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी बदलते ही लौट आईं बसें

शहर के भीतर जाम की समस्या को रोकने, रोडवेज की आय बढ़ाने के लिए प्राइवेट बसों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। प्राइवेट बसों के लिए शहर के बाहर स्टॉपेज निर्धारित किया गया था। अप्रैल 2017 में एक अभियान चलाकर प्राइवेट बसों को अलग-अलग जगहों पर खड़ा कराया जा रहा था। शहर में आवागमन करने वाले पैसेंजर्स टेंपो से स्टॉपेज पर पहुंचकर बस पकड़ते थे। तत्कालीन एसएसपी रामलाल वर्मा के ट्रांसफर के बाद फिर से बसें शहर में आ गई। यूनिवर्सिटी चौराहा, पांडेय पेट्रोल पंप, जीएम ऑफिस के पास, पैडलेगंज और रेलवे स्टेशन पर रेलवे भर्ती बोर्ड के सामने बसें खड़ी होने लगीं। जाम की समस्या सामने आने पर पूर्व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने सख्ती की। पुलिस ने सभी बसों को शहर से बाहर खदेड़ दिया। सभी पूर्वत अपने निर्धारित जगहों पर खड़ी होने लगी। लेकिन अप्रैल माह पूर्व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के तबादले के बाद अचानक माहौल बदल गया। धीरे-धीरे प्राइवेट बसों का जमावड़ा शहर में हो गया। एक पखवारे से सभी प्राइवेट बसें शहर के भीतर से सवारियां ढो रही हैं। बताया जाता है कि बकायदा एक समझौते के तहत बसों का संचालन शुरू कराया गया है। यह तय किया गया है कि कोई विभाग कोई कार्रवाई नहीं करेगा। हालांकि इस संबंध हर कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है।

यहां स संचालन का था इंतजाम

कुसम्ही बाजार पेट्रोल पंप- कुशीनगर रूट की बसें

सूबा बाजार - देवरिया रूट की जाने वाली बसें

झुंगिया बाजार- महराजगंज रूट की सभी बसें

बरगदवां चौराहा- फरेंदा, सिद्धार्थनगर जाने वाली बसें

नौसढ़- बड़हलगंज और सहजनवा की ओर जाने वाली बसें

यहां से चलती इतनी प्राइवेट बसें

- गोरखपुर से तमकुहीराज - 50

- गोरखपुर से सलेमगढ़ - 40

- गोरखपुर से सोनौली - 25

- गोरखपुर से महराजगंज सदर - 25

- गोरखपुर से बड़हलगंज - 50

- गोरखपुर से कौड़ीराम-गोला - 20

- गोरखपुर से सहजनवा- खलीलाबाद - 40

- गोरखपुर से नौगढ़, बढ़नी सिद्धार्थनगर - 40

यह होती समस्या, हैरान होती पब्लिक

- शहर के भीतर से करीब तीन सौ प्राइवेट बसों का संचालन होता है।

- सभी प्राइवेट बसों का फिटनेस, बीमा सहित अन्य कागजात दुरुस्त हैं।

- लेकिन यह बसें कॉन्ट्रैक्टर और टूरिस्ट कैरिज की अनुमति पर चलती हैं।

- सवारी चढ़ाने-उतारने के लिए बसों को जगह-जगह रोका जाता है।

- कूड़ाघाट तिराहा से लेकर सीएस चौराहे तक जाम की स्थिति बनी रहती है।

- स्टॉपेज न होने से जहां-तहां बसों को खड़ा किया जाता है। इससे जाम लगता है।

- रोडवेज डिपो के पास सवारी भरने से सरकारी राजस्व की क्षति होती है।

वर्जन

रोडवेज बस डिपो के आसपास प्राइवेट बसों के सवारी भरने पर रोक है। यदि ऐसा हो रहा तो इसकी जांच कराई जाएगी। अवैध ढंग से सवारी भरने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

- संतोष कुमार, कार्यवाहक रीजनल मैनेजर, यूपी रोडवेज, गोरखपुर रीजन

प्राइवेट बसों के मामले में दो दिन पूर्व कार्रवाई कराई गई थी। इसके बाद भी बसें संचालित हो रही हैं तो गलत है। आरटीओ की ओर स इस संबंध में एक्शन लिया जाएगा। हो सकता है कि पुलिस भी जांच पड़ताल करके अपनी ओर से कोई कार्रवाई करे।

- डीडी मिश्रा, आरटीओ गोरखपुर

बाहर से संचालित हो रही बसों पर कोई कंट्रोल नहीं रह गया था। वहां सिपाहियों की ड्यूटी लगने पर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे थे। इसके देखते हुए सिपाहियों को हटा लिया गया। पब्लिक की समस्याओं को देखते हुए इसका विकल्प तलाशा जाएगा। हम इस प्रयास में हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था बनी रहे। साथ में पब्लिक को भी कोई असुविधा न हो।

- आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive