- नये बिल के विरोध में आईएमए ने किया बंद का ऐलान, इमरजेंसी में गंभीर मरीजों को मिलेगा इलाज

LUCKNOW:

नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के विरोध में डॉक्टर्स की देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में राजधानी में भी डॉक्टर्स ने प्राइवेट क्लीनिक, पैथोलॉजी सेंटर, नर्सिग होम, एक दिन बंद रखने का ऐलान किया है। आईएमए की लखनऊ ब्रांच ने सोमवार को कहा कि सरकारी डॉक्टर काला फीता बांधकर काम करेंगे।

क्लीनिक भी रहेंगे बंद

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रेसीडेंट डॉ। सूर्यकांत व सचिव डॉ। जेडी रावत ने बताया कि सोमवार शाम लखनऊ ब्रांच के पदाधिकारियों की एक बैठक की गई। इसमें नर्सिग होम एसोसिएशन, प्राइवेट पै्रक्टिस नर्स एसोसिएशन, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर एसोसिएशन ने भी भाग लिया। इस दौरान आईएमए की नेशनल बॉडी के आह्वान पर अभी एक दिन की स्ट्राइक का फैसला लिया गया है। इस दौरान ओपीडी बंद रहेंगी, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। सुबह से शाम छह बजे तक होने वाले आंदोलन में क्लीनिक भी बंद रहेंगी। इस दौरान ह्यूमन चेन बनाकर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही सरकार को ज्ञापन भी भेजा जाएगा।

ऑपरेशन भी टलेंगे

हड़ताल का समर्थन कर रहे लखनऊ नर्सिग होम एसोसिएशन के महासचिव डॉ। अनूप अग्रवाल ने कहा कि अस्पतालों में इलेक्टिव सर्जरी नहीं होगी। सिर्फ इमरजेंसी ट्रीटमेंट ही होगा। ऐसे में हजारों मरीजों का ऑपरेशन टलेगा।

सरकारी अस्पताल अलर्ट पर

निजी अस्पतालों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। गंभीर मरीजों के लिए केजीएमयू, लोहिया, बलरामपुर, सिविल, डफरिन, झलकारीबाई अस्पताल को इमरजेंसी सेवाएं दुरुस्त करने का दावा किया है। सीएमओ ने शहर में खुली 52 अर्बन पीएचसी, नौ ग्रामीण व 8 अर्बन सीएचसी को भी अलर्ट किया है।

दिक्कत होने पर यहां करें संपर्क

- सीएमओ ऑफिस-0522-2622080

- ट्रॉमा सेंटर, केजीएमयू- 9453004209, 9415007710

- सिविल हॉस्पिटल-0522-2239007, 9455519990

- बलरामपुर हॉस्पिटल-0522-2624040, 7408404603

- लोहिया हॉस्पिटल- 8765677001, 8765676902

- एंबुलेंस सर्विस -108, 102

इसलिए हो रहा विरोध

डॉ। सूर्यकांत ने कहा कि एनएमसी बिल का मेन विरोध तो इसकी बॉडी को लेकर है। जिसमें डॉक्टर्स को नहीं रखा गया है। इसमें सरकार की ओर से अधिकतर नान मेडिकोज रहेंगे। जबकि बार एसोसिएशन में सिर्फ वकील होते हैं। इस बिल में कई और गड़बडि़यां हैं। जैसे एमबीबीएस स्टूडेंट्स के लिए एग्जिट एग्जाम, आयुष डॉक्टर्स को माडर्न प्रैक्टिस की अनुमति, आयुष डॉक्टर्स के लिए मॉडर्न मेडिसिन में पीजी सीट ओपेन करने सहित अन्य दिक्कतें हैं।

Posted By: Inextlive