रामनगर पीएचसी से बिना रेफर किए गए मरीज को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लाए

गनशॉट न लिखने पर परिजन डॉक्टर पर बना रहे थे दबाव, मुकदमा दर्ज

BAREILLY: बरेली में स्वास्थ्य विभाग की साख पर सीएचसी-पीएचसी में तैनात स्टाफ बट्टा लगा रहे हैं। लापरवाही की इंतहा ऐसी कि घायल मरीज के मेडिकल पर्चे पर पीएचसी के स्वीपर भी रिपोर्ट लिख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 14 जनवरी को रामनगर पीएचसी पर तैनात एक स्वीपर ने एक मरीज के प्राइवेट पार्ट पर हुए घाव को गन शॉट लिख दिया। मरीज के परिजन उसे लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे तो ईएमओ पर गन शॉट लिखने का ही दबाव बनाने लगे। ईएमओ के इनकार पर स्टाफ के साथ मारपीट की गई और 108 इमरजेंसी सर्विस का रजिस्टर फाड़ दिए गए। सीएमएस डॉ। केएस गुप्ता ने ईएमओ की कंप्लेन पर आरोपियों के खिलाफ मंडे को रिपोर्ट दर्ज कराई।

जेडी हेल्थ्ा को जांच

सिरौली के गांव गुरगांवा निवासी पवन कुमार सैटरडे रात डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की इमरजेंसी वार्ड में पहुंचा। उसके प्राइवेट पार्ट पर कट लगा था। तीमारदारों ने ईएमओ डॉ। शैलेश रंजन को पीएचसी की पर्चा दिया जिसमें बिना रेफर के ही गन शॉट लिखा था। गन शॉट लिखने वाले ने मरीज को पेन किलर इंजेक्शन भी दिया था, लेकिन नीचे अपने साइन नहीं किए। ईएमओ ने घाव को गन शॉट नहीं महज चोट बताया। परिजनों के हंगामे व मारपीट पर स्टाफ ने डायल 100 बुला ली। जिस पर तीमारदार भाग गए। सीएमएस ने मामले की सूचना एडी हेल्थ डॉ। प्रमिला गौड़ को दी। इस पर मंडे को एडी हेल्थ ने जेडी डॉ। सुबोध शर्मा को हॉस्पिटल भेजा। जेडी हेल्थ ने सभी स्टाफ से पूछताछ की। -----------

- तीमारदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएचसी पर गन शॉट किसने लिखा और फिर साइन क्यों नहीं किए, इसकी जांच के लिए सीएमओ को कहा है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।

डॉ। प्रमिला गौड़, एडी हेल्थ

Posted By: Inextlive