इसे प्रोफेशनलिज्म कहें या फिर प्रियंका का अपने दर्द से लड़ने का तरीका लेकिन अपने फादर की डेथ के ठीक दो दिन बाद प्रियंका चोपड़ा वापस काम पर लौट आयी हैं और बाक्सर मैरीकॉम के बायोपिक के लिए अपनी ट्रेनिंग कांटीन्यू् कर दी है.

प्रियंका को शाहरुख से इंस्पॉंयर या उनके बेहद क्लोज ऐसे ही नहीं कहा जाता. प्रोफेशनलिज्म किसे कहते हैं ये बात शायद प्रियंका ने शाहरुख खान से ही सीखी है. तभी तो एक ओर शाहरुख अपनी शोल्डर की सर्जरी के बाद ज्यादा टाइम घर पर रेस्ट नहीं कर सके और अपनी फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस के प्रमोशन और फर्स्ट ट्रेलर के लॉन्च के लिए तकलीफ के बावजूद पहुंच गए.

दूसरी साइड में प्रियंका भी अपने फादर के जाने के दर्द से अभी ठीक से उबर भी नहीं पायीं और बाक्सर मैरी कॉम की लाइफ पर बेस्ड फिल्म के लिए ट्रेनिंग सेशन को रिज्यूम करने फिल्म के प्रोड्यूसर संजय लीला भंसाली के ऑफिस अपने ओलंपिक ट्रेनर डाक्टर क्रिस्टी हॉल्बर्ट के पास पहुंच गयीं.

फिल्म नेक्स्ट वीक शूटिंग के लिए फ्लोर पर जाने वाली है. हांलाकि जिस तरह प्रियंका अपने डैड अशोक चोपड़ा से अटैच थीं उसको समझते हुए संजय लीला भंसाली शूटिंग डेट्स डिले करने के लिए रेडी थे ताकि प्रियंका को अपने दुख से बाहर आने का टाइम मिल सके, पर प्रियंका इससे पड़ने वाले इफैक्ट्स  से अवेयर थीं और इसीलिए उन्होंने अपना काम वापस से शुरू करने का डिसाइड किया.

मंडे और ट्यूजडे को फ्यूनरल और कंडोलेंस मीटिंग के दौरान अपने क्लोज फ्रेंडस के गले लग कर रोती प्रियंका को देख कर किसी को उम्मीद नहीं थी कि वो इतनी जल्दी काम पर लौटेंगी लेकिन वेडनेसडे की शाम को उनको ट्रेनिंग के लिए मौजूद देख कर सब हैरान रह गए. हो सकता है प्रोफेशनल रिस्पॉटन्सिबिलिटी के अहसास के साथ साथ ये प्रियंका के लिए अपनी तकलीफ को भूलने और उससे बाहर आने का तरीका भी हो.

Posted By: Kushal Mishra