प्रो कबड्डी लीग 2019 की दो फाइनलिस्ट टीमें मिल गई हैं। चार महीनों से चल रहे इस टूर्नामेंट में दबंग दिल्ली और बंगाल वारियर्स ने फाइनल में जगह बनाई। जिसके बीच खिताबी मुकाबला 19 अक्टूबर को खेला जाएगा।

कानपुर। प्रो कबड्डी लीग के सातवें सीजन का फाइनल मैच शनिवार को दबंग दिल्ली बनाम बंगाल वारियर्स के बीच खेला जाएगा। इन दोनों टीमों ने बुधवार को हुए सेमीफाइनल मुकाबले में अपना-अपना मैच जीता। पहला सेमीफाइनल दिल्ली बनाम बंगलुरु के बीच खेला गया था। दिल्ली ने गत चैंपियन बंगलुरु बुल्स को 44-38 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। बता दें प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में दंबग दिल्ली पहली बार फाइनल में पहुंची है। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में बंगाल वारियर्स ने यू मुंबा को 37-35 से हराकर एक रोमांचक जीत दर्ज कर फाइनल का टिकट कटाया। दिल्ली बनाम बंगाल के बीच खिताबी मुकाबला शनिवार को खेला जाएगा।
2014 में हुई थी कबड्डी लीग की शुरुआत
प्रो कबड्डी लीग का यह सातवां सीजन है। इसकी शुरुआत 2014 में हुई थी। तब क्रिकेट की इंडियन प्रीमियर लीग की तर्ज पर कबड्डी लीग बनाई गई। इसमें भी खिलाड़ियों की नीलामी हुई और सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली टीम को खिलाड़ी मिला। पहले सीजन में कुल आठ टीमों ने हिस्सा लिया था और पहली बार जयपुर पिंक पैंथर्स विनर बनी।

#DELvBLR and #KOLvMUM lived up to expectations as we witnessed two breathtaking encounters on the mat tonight!
Relive the night in 📸📸 and watch the Final:
⌛: October 19, 7 PM
📺: Star Sports and Hotstar#IsseToughKuchNahi #VIVOProKabaddiPlayoffs #WorldsToughestWeek pic.twitter.com/SVZMLITNpg

— ProKabaddi (@ProKabaddi) 16 October 2019
अब 12 टीमें लेती हैं हिस्सा
पहले सीजन में जहां आठ टीमों ने हिस्सा लिया था वहीं अब 12 टीमें इस लीग में खेलती हैं। इसमें जयपुर पिंक पैंथर्स, गुजरात फार्च्यूनजाएंट्स, तमिल थलाइवास, हरियाणा स्टीलर्स, यू मुंबा, बेंगलुरु बुल्स, पटना पायरेट्स, तेलुगु टाइटंस, पुनेरी पल्टन, दबंग दिल्ली, बंगाल वारियर्स और यूपी योद्घा टीमें शामिल हैं।
सबसे ज्यादा तीन बार पटना पाॅयरेट्स बनी विजेता
प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में सबसे ज्यादा तीन बार चैंपियन बनने वाली टीम पटना पाॅयरेट्स है। पटना ने 2016 में दो बार और 2017 में एक बार खिताब अपने नाम किया था।
2016 में खेले गए थे दो सीजन
कबड्डी लीग के इतिहास में 2016 ऐसा साल था जिसमें दो सीजन खेले गए और दोनों ही बार चैंपियन पटना की टीम बनी।

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari