RANCHI : पानी का मिस यूज न करने, ग्राउंड वाटर लेवल मेंटेन करने से लेकर पानी की क्राइसिस मैनेजमेंट में सरकार जुट चुकी है। राज्य में जितने भी पानी से संबंधित तालाब, कुंआ, माइक्रोलिफ्ट, चेकडैम, बांध हैं उसके पानी के उपयोग को बताने के लिए प्रोफेशनल एजेंसी का सहयोग लिया जाएगा। एजेंसी पब्लिक को यह बताएगी कि पानी का उपयोग कैसे करें। इन संस्थाओं को सिंचाई विभाग में इंपैनल्ड किया जाएगा।

पानी का दुरुपयोग रोकना है

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अभी जितने भी ं तालाब, कुआं, नहर, चेकडैम, माइक्रोलिफ्ट हैं, वहां पानी का उपयोग लोग अपने तरीके से करते हैं। जहां पानी की बर्बादी अधिक होती है। ऐसे में जरूरत है ऐसे प्रोफेशनल लोगों की जो बताएं कि पानी का कैसे उपयोग किया जा सकता है। कैसे कम पानी में भी अधिक जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। साथ ही जितने भी पानी से संबंधित रिसोर्स हैं, उसका रखरखाव करना भी जरूरी है। यह एक्सपर्ट एजेंसी करेगी। इसका मकसद है कि राज्य में पानी की स्थिति को सुधारा जाए।

ट्रेनिंग भी दी जाएगी

जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जो भी प्रोफेशनल एजेंसी का चयन किया जाएगा उनका काम होगा कि पानी का उपयोग कैसे किया जाए इस पर लोगों को जागरूक करना। पानी से संबंधित तालाब एवं डैम पर जो इंफ्रास्ट्रक्चर बना हुआ है उसका रखरखाव भी इस एजेंसी को करना होगा। पानी से जुड़े हुए जो उपयोग करने वाले लोग हैं उनके सदस्यों को ट्रेनिंग भी इस संस्था द्वारा दी जाएगी। कई जगह माइक्रोलिफ्ट को संचालित करने एवं उसके रख-रखाव का काम भी प्राइवेट एजेंसी करेगी।

एक्सपर्ट एजेंसी का होगा सेलेक्शन

विभाग द्वारा ऐसी एक्सपर्ट प्राइवेट एजेंसी और एनजीओ का सेलेक्शन किया जाएगा जो पानी के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है। दूसरी जगहों पर भी पानी को संरक्षित करना, पानी का उपयोग करने वाले लोगों को ट्रेनिंग देना, पानी से संबंधित जितने भी इंफ्रास्ट्रक्चर हैं उसका रख-रखाव करने की जिम्मेवारी जो पहले निभा चुके हैं, उन लोगों को प्रायोरिटी दी जाएगी।

Posted By: Inextlive