जोधपुर जेल में बंद आसाराम के ख‍िलाफ रेप मामले में 25 अप्रैल को फैसला आने वाला है। इस द‍िन शहर में बड़ी संख्‍या में आसाराम के समर्थकों के इकट्ठे होने की संभावना है। पुलि‍स का कहना है कि‍ इस वजह से शहर में 21 से 30 अप्रैल की शाम तक यानी क‍ि 10 द‍िन के ल‍िए सीआरपीसी की धारा 144 लागू होगी।

आसाराम के समर्थक कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हो सकते
जोधपुर (प्रेट्र)। राजस्थान उच्च न्यायालय में हाल ही में राज्य पुलिस ने शहर में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक याचिका दायर की थी। पुलिस ने इस याचिका में आसाराम को जोधपुर केंद्रीय जेल कोर्ट में ही फैसला सुनाने की अपील की थी। ऐसे में कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों से शहर में पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने को कहा था, जिससे की आसाराम के अनुयायी इस शहर में शांति व्यवस्था को न बिगाडऩे पाए। इस संबंध में डीसीपी (पूर्व) अमन दीप सिंह का कहना है कि पुलिस को आसाराम के अनुयायियों को शहर से बाहर रखने के निर्देश दिए गए हैं। बड़ी संख्या में आसाराम के अनुयायी शहर में कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हो सकते हैं।

शहर के सभी प्रवेश द्वारों पर चेक पोस्ट सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे

इसके अलावा पुलिस पलगांव और मनाई गांव में आश्रमों पर नजर रख रही है, जहां कथित अपराध हुआ था। पुलिस शहर के होटल और गेस्ट हाउसों के पर तेज नजर रख रही है। वहीं डीसीपी (पश्चिम) समीर सिंह ने कहा, हमने बस और रेलवे स्टेशनों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। बस और रेलवे स्टेशनों पर पैनी नजरे रखी जा रही हैं। अधिकारियों से लगातार जानकारी साझा करने का आग्रह किया है। शहर के सभी प्रवेश द्वारों पर चेक पोस्ट सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे। वे इस दौरान आसाराम के समर्थकों पर पैनी नजर रखी जाएगी। शहर में प्रवेश कराने वालों के पहचान पत्रों की जांच की जाएगी। किसी भी तरह का संदेह के होने पर उसे प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा।

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Posted By: Shweta Mishra