प्रस्ताव बनकर रहे गए, शहर के प्रस्तावित कार्य
BAREILLY :
शहर में विकास का खाका खींचते समय जब शासन और प्रशासन ने प्रस्तावित का बोर्ड लगाया तो क्षेत्र के लोगों को खुशी मिली। सोचा कि जल्द ही क्षेत्र का डेवलपमेंट होगा, लेकिन यह बोर्ड लगे हुए वर्षो गुजर गए, लेकिन आज भी वहां पर सिर्फ प्रस्ताव का ही बोर्ड लगा हुआ है। केस: 1 योजना का नाम: कान्हा उपवन कार्यदायी संस्था नगर निगम कार्य शुरू होने की डेट: 22-9-2017 कार्य पूरा होने की डेट: 21-5-2018 रीजन: संस्था कार्य समय से पूरा नहीं कर पाई, इसीलिए अभी तक काम चल रहा है ---- कान्हा उपवन का काम समय से पूरा नहीं हो पाया। निर्माण कार्य पूरा करने के लिए डेट आगे बढ़ाई गई है। राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त ================== केस:2 परियोजना का नाम:एक्स्पो मार्ट योजना का नाम: एसाइड योजना कार्यदायी संस्था- संयुक्त आयुक्त उद्योग, बरेली मंडल परियोजना लागत: 1050.00 लाखरीजन: प्रस्तावित बोर्ड पांच वर्ष पहले लगा था, लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हो पाया। अब प्रशासन ने योजना को फ्लॉप कर दिया, लेकिन बोर्ड नहीं हटाया गया।
----------- -शासन ने एसाइड योजना के लिए कार्यस्थल पर प्रस्तावित के लिए बोर्ड लगाया था, लेकिन अब यह योजना ही सरकार ने बंद कर दी है। इसीलिए एसाइड योजना का प्रस्तावित काम अब नहीं ि1कया जाएगा।अनुज कुमार, जिला उद्योग अधिकारी
==================== केस नम्बर:3 योजना का नाम: सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, बहगुलपुर कार्यदायी संस्था: नगर निगम समय: एक वर्ष पहले से प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का काम शुरू तक नहीं हो सका रीजन: कार्य शुरू होने से पहले कई कानूनी पेंच फंसे, इसमें मामला स्टाम्प घोटाला और कोर्ट के भी केस अहम रहे। --------------- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की जमीन लेने के बाद कई टेक्निकल पेंच फंस गए। इसी के चलते अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त ======= केस नम्बर:4 योजना का नाम: राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज कार्य प्रारम्भ होने की डेट: 30 दिसम्बर 2016 कार्य पूरा होने की डेट 30 दिसम्बर 2017 रीजन: बजट नहीं मिलने से निर्माण कार्य शुरू ही नहीं किया गया। नगर निगम की बोर्ड बैठक में जमीन वापस लेने का फैसला लिया है। ---------- नगर निगम की बोर्ड बैठक में राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज को दी गई जमीन वापस लेने का फैसला हुआ है। अब इसे स्मार्ट सिटी के लिए दिया जाएगा। राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त