शाहमारूफ और घंटाघर में जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने की कोशिश की गई. एनआरसी के विरोध में कुछ लोग काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने पहुंचे. घंटाघर की जामा मस्जिद से नमाज पढ़कर निकले लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. उ

- काली पट्टी बांधकर पढ़ी जुमे की नमाज, किया प्रदर्शन

-पुलिस पर पथराव, आंसू गैस के गोले दागकर खदेड़े गए उत्पाती

-कोतवाली और राजघाट एरिया में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

-दो पुलिस कर्मचारियों सहित चार घायल, पहचान छुपाने को उपद्रवियों ने तोड़े सीसीटीवी कैमरे

-दिनभर बंद रही दुकानें, प्रभावित इलाकों में पुलिस ने बढ़ाया मूवमेंट

-एसएसपी डॉक्टर सुनील गुप्ता ने कहा हालात काबू में, माहौल बिगाड़ने वालों पर होगी कार्रवाई

GORAKHPUR: गोरखपुर शहर में जुमे की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया। सुरक्षा के लिए नखास और शाहमारूफ चौराहे पर मौजूद पुलिस फोर्स पर पथराव कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। सिविल डिफेंस से जुड़े दो लोगों को घेरकर बवालियों ने पीट दिया। हालात पर काबू करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी। आंसू गैस के गोले दागकर पुलिस ने बवालियों को खदेड़ा। दो युवकों सहित कई लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। पथराव में दो पुलिस कर्मचारी सहित करीब पांच लोगों को चोट लगी। एसएसपी डॉक्टर सुनील गुप्ता ने कहा कि नमाज के बाद कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस कार्रवाई में जुटी है। हालात काबू में है। माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पूरे इलाके में पुलिस का मूवमेंट बढ़ा दिया गया है। गोरखपुर में हालात के बारे में लखनऊ पल-पल की जानकारी लेता रहा। सीएम के करीबियों के फोन लगातार बजते रहे।

नमाज के बाद किया प्रदर्शन

शाहमारूफ और घंटाघर में जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने की कोशिश की गई। एनआरसी के विरोध में कुछ लोग काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने पहुंचे। घंटाघर की जामा मस्जिद से नमाज पढ़कर निकले लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन लोगों ने एनआरसी वापस ले जाओ के नारे लगाए। धीरे-धीरे जमा हुए लोग जुलूस में बदल गए। जामा मजिस्द से निकलकर शाहमारूफ होते हुए नखास की तरफ जाने लगे। पुलिस ने उनको शांति पूर्वक प्रदर्शन करते हुए घर जाने को कहा। लेकिन नखास के पास जाकर कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर ईट फेंकना शुरू कर दिया। नखास खूनीपुर रोड पर पथराव होने पर पुलिस ने मोर्चा संभाला। पुलिस ने ईट का जवाब देते हुए आंसू गैस के गोले दागे। लाठियां पटककर पथराव कर रहे युवकों को खदेड़ दिया। एक तरफ से माहौल काबू होने पर दूसरी तरफ शाहमारूफ चौराहे पर मदीना मस्जिद के पास कुछ लोगों ने पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ हो हल्ला करते हुए ईटे चलानी शुरू कर दी। मदीना मस्जिद के पास भीड़ को हटाने गई पुलिस टीम पर भी पथराव हुआ। आधा दर्जन से अधिक आंसू गैस के गोले दागकर पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा। इस दौरान बवालियों ने एक स्कूटी, एक बाइक सहित लोगों के घरों- दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों में तोड़फोड़ किया।

सुबह से नहीं खुली दुकानें

शहर में जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। हर मजिस्द के आसपास पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। लेकिन रेती चौक, नखास, घंटाघर सहित अन्य कई इलाकों में ज्यादातर दुकानें सुबह से बंद रही। इसको देखते हुए पुलिस ने किसी तरह के बवाल की आशंका भांप ली। लोगों से बातचीत कर पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह के प्रदर्शन न करने की अपील की। लेकिन कुछ लोगों ने एनआरसी के विरोध में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की गुहार अनसुनी कर दी। इस दौरान कुछ लोगों को सिविल डिफेंस से जुड़े सत्य प्रकाश और विकास जालान को पकड़ लिया। भीड़ के हमलावर होने पर लोगों ने उनको घर में ले जाकर बचाया। पथराव में कांस्टेबल सत्यम सिंह यादव, कांस्टेबल संजीत कुमार, कांस्टेबल शक्ति सिंह और अमीन अजय कुमार ओझा घायल हो गए।

युवाओं से 'पिट' गई पुलिस

शहर में चैन अमन बरकार रखने के लिए पुलिस ने पहले से तैयारी कर ली थी। जुमे की नमाज के बाद हालात को संभालने के लिए संभ्रात लोगों से बातचीत भी कर ली। शुक्रवार को जामा मस्जिद सहित अन्य जगहों पर पुलिस फोर्स पहुंच गई। जामा मस्जिद के पास पुलिस पहले से खड़ी थी। काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने जा रहे युवाओं को समझाया भी। तब कुछ संभ्रात लोगों ने कहा कि यदि पुलिस हट जाए तो नमाज पढ़ने के बाद सभी नौजवान विरोध जताकर लौट जाएंगे। इस चक्कर में फोर्स थोड़ी दूरी चली गई। जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने नखास पर पहुंचकर पुलिस पर हमला कर दिया। घरों के बाहर, सड़क किनारे रखी ईटों को तोड़कर युवकों ने पुलिस पर फेंका। इस हरकत पर जो दुकानें खुली थी। वह भी धड़ाधड़ बंद हो गई। ऐसा लग रहा था कि पहले से ही इसकी तैयारी की गई थी। दोपहर तीन बजे के बाद लोग निकल सके।

जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने जुलूस निकालने का प्रयास किया। उनको समझा बुझाया गया तो कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठी चार्ज कर हालात को काबू किया। उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी से अपील की गई कि अफवाह न फैलाएं। पुलिस कार्रवाई के बाद स्थिति नियंत्रण में है।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

टीनएजर्स को किया आगे

शहर के ज्यादातर मस्जिदों में जुमे की नमाज खत्म होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। हालात पर नजर रखने के लिए एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी डॉ। कौस्तुभ सहित कई पुलिस अधिकारी घंटाघर, रेती चौक, नखास और शाहमारूफ में पेट्रोलिंग करते रहे। काली पट्टी बांधकर जुलूस में निकले लोगों को पुलिस समझाती रही। लेकिन नखास चौक पर पहुंचकर कुछ युवक उग्र हो गए। अचानक निकले जुलूस के समय एक शवयात्रा जा रही थी। कुछ युवकों के रुकने पर पुलिस ने आगे बढ़ने को कहा। इसके बाद ही किसी ने ईट चला दिया। पुलिस बल पर पथराव होने से माहौल बिगड़ गया। पथराव में पीएसी के एडिशनल एसपी की गाड़ी का शीशा भी टूट गया। पुलिस पर पथराव करने वाले ज्यादातर 10 से 20 साल की उम्र के बीच थे। मुंह पर रुमाल बांधकर वह पुलिस कर्मचारियों को अपशब्द कहते हुए पथराव कर रहे थे। पथराव बढ़ने पर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया। देर शाम तक पुलिस ने 15 लोगों को अरेस्ट किया। उधर बवाल के बाद एडीजी जय नारायण सिंह, कमिश्नर जयंत नर्लिकर, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता भी प्रभावित इलाकों में पहुंचे।

Posted By: Inextlive