-अस्सी परसेंट माल बेचने पर भी नहीं हुआ पेमेंट

-किसानों ने चेक किया शुगर मिल का स्टॉक

मवाना। गन्ना भुगतान को लेकर किसानाें ने विधायक निवास पर दूसरे दिन भी धरना दिया। इसके अलावा किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल मवाना शुगर मिल पहुंचा और वहां चीनी और शीरे के स्टॉक की जानकारी ली। जिसमें पता चला कि कुल प्रोडक्शन का बीस परसेंट चीनी और शीरा ही स्टॉक में बचा है। किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के अध्यक्ष को मिल अधिकारियों के अंदर घुसने नहीं दिया और इस दौरान दोनों के बीच तीखी नाेंकझोंक हुई।

विधायक आवास बना धरना स्थल

मंगलवार को ही किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के अध्यक्ष शौकीन गुर्जर ने तहसील के बजाय विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि के निवास पर धरना दिए जाने का ऐलान कर दिया था। बुधवार को अपने तय कार्यक्रम के अनुसार किसान नेता अपने साथियों के साथ पहुंचे और धरना दिया। किसान नेता ने कहा कि उन्होंने भुगतान के लिए एमएलए, एसडीएम से लेकर डीएम, सीएम, पीएम तक के दरवाजे खटखटाए, लेकिन किसी के कानों तक उनकी आवाज नहीं पहुंची। किसानों के साथ छल हो रहा है और शासन-प्रशासन ऐसे मौन है जैसे उनके पास भुगतान दिलाने की कोई धारा ही नहीं बनी है। कार्रवाई के नाम पर यदि मिल प्रबंधन या मालिकान अरेस्ट कर लिए जाते तो आज यह नौबत नहीं आती। बल्कि उनका भुगतान कब का मिल गया होता।

मिल में देखा स्टॉक

धरने पर पहुंचने से पूर्व किसान नेता शौकीन गुर्जर के साथ किसान समिति सचिव अनिल कुमार के साथ चीनी मिल में स्टॉक देखने पहुंचे। गेट पर ही अधिकारियों ने शौकीन को रोक दिया और अंदर घुसने नहीं दिया। इस दौरान किसान और मिल प्रबंधन के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। काफी जद्दोजहद के बाद किसान दिनेश कुमार और परमजीत को सचिव के साथ मिल अधिकारियों ने अंदर आने दिया।

बीस परसेंट बचा है स्टॉक

चीनी मिल में पहुंचे किसान परमजीत सिंह ने बताया कि मिल ने कुल 11 लाख 17 हजार 939 कुंतल चीनी बनाई थी। जिसमें से वर्तमान में मात्र 2 लाख 36 हजार 720 कुंतल चीनी का स्टॉक बचा है। यही स्थिति शीरे की भी है। इस पेराई सत्र में 4 लाख, 58 हजार, 554 कुंतल शीरा बना था, जिसमें से 1 लाख 15 हजार 604 कुंतल शीरा स्टॉक में बचा है। किसान नेता शौकीन गुर्जर ने कहा कि अस्सी परसेंट चीनी और शीरा बेचने के बाद भी किसानों का भुगतान नहीं हुआ है। इससे चीनी मिल की नियत पर संदेह कैसे न करें।

Posted By: Inextlive