क्कद्बश्चड्डह्म2ड्डह्म/क्चड्डष्द्धह्मड्ड: दो बच्चियों की हत्या के बाद पिपरवार थाने में शुक्रवार को कोयलांचल वासियों का गुस्सा फूट पड़ा। लगभग 11 गांवों के गुस्साए हजारों लोगों ने आठ घंटे तक पिपरवार थाने को घेरे रखा। हत्या से पूर्व दोनों बच्चियों के साथ दुष्कर्म की भी आशंका जताई जा रही थी। हालांकि, इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकती है। पिपरवार से लेकर खलारी तक आक्रोशित लोगों ने दुकानें बंद करा दीं। इस दौरान खदानों में उत्पादन तो हुआ, लेकिन डिस्पैच व ट्रांसपोर्टिग नहीं हो सका। गुरुवार को दोनों बच्चियों का शव मिलने के बाद से ही पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त था। शुक्रवार को हजारों लोग बचरा चार नंबर मैदान में जुटे। वहां से जुलूस निकालकर पिपरवार थाना पहुंचे और थाने का घेर लिया। बाद में टंडवा एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम को आठ सूत्री मांगपत्र सौंपा। इन मांगों पर आश्वासन देने के बाद ग्रामीण हटे। इस दौरान 11 बजे से छह बजे तक थाने को घेरे रखा। रैली व जुलूस की शक्ल में खलारी, डकरा, केडी, चूरी, राय, बचरा बस्ती, होसीर, डुंडू, बमने, चूना भट्ठा सहित बचरा के आसपास के महिला-पुरुष हजारों की संख्या में बचरा चार नंबर मैदान में जुटे।

क्या है मामला

बुधवार को दिन में 12 वर्षीया लड़की, उसका आठ वर्षीय भाई व पड़ोस में रहने वाली 10 वर्षीया एक अन्य लड़की लकड़ी चुनने समीप के जंगल में गए थे। शाम तक घर वापस नहीं लौटने पर चिंतित परिजन उन्हें खोजने निकले। बचरा टीएच कॉलोनी के निकट मैगजीन जाने वाले मार्ग पर बाबा मैदान में उनकी साइकिल लावारिस हालत में पड़ी मिली थी। वहीं, पर लकड़ी के गट्ठर व हेयरबैंड मिलने के बाद परिजनों की चिंता बढ़ने लगी थी। शाम में मामले की सूचना पिपरवार पुलिस को दी गई। टंडवा एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम के नेतृत्व में स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षाकर्मियों को जंगल में तलाशी के काम पर लगाया गया। रात हो जाने व अंधेरे के कारण लापता बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला। स्थानीय लोगों द्वारा सुबह में लापता बच्चों की खोज की जाने लगी। मैगजीन के निकट जंगल में एक नाले के किनारे घायलावस्था में पड़ा लापता बच्चा मिला। उसे तत्काल बचरा अस्पताल पहुंचाया गया। इसके साथ ही दो अन्य लापता बच्चियों की तलाश शुरू की गई। दोनों बच्चियां घायलावस्था में जंगल में पड़ी मिलीं। उन्हें बचरा क्षेत्रीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने एक बच्ची को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर रूप से जख्मी एक अन्य लड़की को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची भेज दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई। घायल बच्चे का इलाज रिम्स में चल रहा है। उसकी हालत भी नाजुक बतायी जा रही है।

क्या हैं मांगें

-फास्ट ट्रैक बना कर दोषियों को 24 घंटे में फांसी की सजा

-पीडि़त परिवार को सुरक्षा सहित 25 लाख का मुआवजा एवं सरकारी नौकरी

-दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई

-क्षेत्र में अवैध ढंग से बिक रही शराब एवं नशीले पदाथरें पर शीघ्र प्रतिबंध

-स्कूल कॉलेज के समय पुलिस की चुस्त पेट्रोलिंग, घायल बच्चे को सरकारी स्तर पर चिकित्सा,

-महिलाओं की सुरक्षा व उन पर लाठी चार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।

Posted By: Inextlive