स्कूलों में 31 मार्च तक छुट्टी का आदेश हाथ से ही लिखकर किया जारी

12 दिनों से बेमियादी हड़ताल पर जनरल-ओबीसी वर्ग के कर्मचारी

देहरादून,

स्टेट में जनरल-ओबीसी वर्ग के कर्मचारियों की हड़ताल का असर सरकारी कामकाज पर दिखने लगा है। फ्राइडे को स्कूलों में कोरोना को लेकर छुट्टी के आदेश को शिक्षा विभाग के अधिकारियों को हाथ से ही लिखकर जारी करना पड़ा। इधर बेमियादी हड़ताल के 12वें दिन कार्मिकों ने सरकार को चेतावनी दी कि हड़ताल तभी वापस होगी, जब पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने का विधेयक पास हो जाएगा। फ्राइडे को कार्मिकों ने सचिवालय के सामने स्थित लार्ड वेंकटेश्वर वेडिंग प्वाइंट में सभा की और कहा कि सरकार उनके धैर्य की परीक्षा लेना बंद कर दे। कर्मचारियों ने मंडे से सभी आवश्यक सेवाएं ठप करने की भी चेतावनी दी है। फ्राइडे को आवश्यक सेवा कर्मचािरयों ने दो घंटे का कार्यवहिष्कार जारी रखा।

अनदेखी का आरोप

राज्य में उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के बैनर तले फ्राइडे को भी कार्मिकों की हड़ताल जारी रही। सुभाष रोड स्थित वेडिंग प्वाइंट में बड़ी संख्या में कार्मिक धरने पर बैठे और सरकार पर निशाना साधा। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि सरकार अब जनरल ओबीसी कार्मिक ही नहीं, बल्कि जन भावनाओं की अनदेखी कर रही है। कर्मचारियों के आंदोलन को बड़ी संख्या में ऐसे लोगों का भी साथ मिल रहा है जो न तो सरकारी सेवा में हैं और न ही उनके परिवार का सदस्य ही इससे लाभान्वित होने वाला है। मगर वह यह बखूबी जानते हैं कि आने वाले वर्षो में जब कोई उनका अपना सरकारी सेवा में आएगा तो उसे आरक्षित वर्ग के सामने खुद को ठगा महसूस करना पड़ेगा। ऐसे में यह लड़ाई अब आम जनमानस की लड़ाई बन गई है। आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने चेतावनी अब तो हड़ताल तभी वापस होगी, जब सरकार पदोन्नति व्यवस्था बहाल कर विधानसभा में इसे लेकर विधेयक पास कराए।

Posted By: Inextlive