ईरान के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतों को बढ़ाने के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। यह प्रदर्शन सरकार की उस घोषणा के बाद शुरू हुए जिसमें कीमतों को तार्किक बनाने व तीन गुना तक बढ़ाने की बात कही गई है।


तेहरान (एएनआई)। इस संबंध में बिना किसी पूर्व सूचना के ईरानी राज्य टेलीविजन ने शुक्रवार सुबह उपराष्ट्रपति मोहम्मद बाघेर नोबख्त के हवाले से, नेशनल ईरानियन ऑयल प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से एक बयान को प्रसारित करते हुए कहा कि अब स्मार्ट ईंधन कार्ड के जरिए देश भर में पेट्रोल की राशनिंग होगी।निजी उपयोग के लिए हर महीने 60 लीटर पेट्रोलबयान के मुताबिक निजी उपयोग के लिए इस्तेमाल में आने वाले वाहनों को अब प्रति माह 60 लीटर (16gal) ईंधन ही मिलेगा, जबकि पेट्रोल की कीमत 50 प्रतिशत बढ़कर 15,000 ईरानी रियाल (खुले बाजार में $ 0.13) प्रति लीटर तक हो जाएगी। वॉयस ऑफ अमेरिका न्यूज ने बताया कि आवंटन के अतिरिक्त ईंधन की खरीद पर प्रति लीटर 30 हजार रियाल ($ 0.26) का अतिरिक्त शुल्क लगेगा।लोगों में रोष
इस कदम से स्थानीय निवासियों में गुस्सा है जिनका दावा है कि इस कदम से उनकी जेब पर असर पड़ेगा वह भी तब जबकि आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं। तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भविष्यवाणी की है कि इस साल ईरानी अर्थव्यवस्था 9 प्रतिशत तक सिकुड़ जाएगी, क्योंकि अमेरिकी प्रतिबंधों से ईरान के मुख्य राजस्व स्रोत तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और संकट को दूर करने के लिए ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के प्रयासों में भ्रष्टाचार रोड़ा बना हुआ है। ट्रम्प प्रशासन के 'अधिकतम दबाव' की नीति और घरेलू भ्रष्टाचार के चलते देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो रही है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari