नीट 2017 को लेकर जारी नए नियम के विरोध में जुलूस निकाल प्रदर्शन

सीबीएसई आफिस के सामने जमकर नारेबाजी के बाद दिया ज्ञापन

ALLAHABAD: देश भर के मेडिकल कालेज में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली नीट 2017 के नियमों में हुए बड़े बदलाव के विरोध में गुरुवार को भी परीक्षार्थियों का पारा चढ़ा रहा। परीक्षा की तैयारी में जुटे परीक्षार्थियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके पहले परीक्षार्थी चन्द्रशेखर आजाद पार्क में एकत्र हुए और जुलूस की शक्ल में सिविल लाइंस के विभिन्न एरिया से होते हुए सीबीएसई आफिस पहुंचे। वहां सड़क पर जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। परीक्षार्थियों ने अचानक नीट के नियमों में किए गए बदलाव का विरोध करते हुए इसे शीघ्र बदलने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान सीबीएसई और सरकार के खिलाफ भी प्रतियोगियों ने जमकर नारेबाजी की।

सीबीएसई ऑफिस में दिया ज्ञापन

नीट के नियमों में अचानक हुए बदलाव के विरोध में प्रतियोगियों ने अपनी मांगों को लेकर सीबीएसई कार्यालय में ज्ञापन दिया। अचानक लिए गए फैसले को तुगलकी फरमान की संज्ञा देते हुए प्रतियोगियों ने इसे भविष्य से खिलवाड़ बताया। उन्होंने कहा कि उम्र सीमा निर्धारित करने तक तो सही है, लेकिन तीन मौके की बात प्रतियोगियों के लिए अन्याय है। यहां छात्र इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद मेडिकल कालेज में दाखिले के सपने को लेकर कोचिंग में पढ़ाई करते हैं। किसी प्रकार कोचिंग की भारी भरकम फीस जमा करते हैं, लेकिन सीबीएसई की ओर से अचानक किए गए बदलाव से प्रतियोगियों के पूरे सपने टूटने की कगार पर पहुंच गए हैं। प्रतियोगियों ने नियमों में तत्काल बदलाव की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि सीबीएसई को नियमों में बदलाव करना ही था तो पूर्व में करना चाहिए था, जिससे प्रतियोगी मानसिक रूप से तैयार हो जाते। लेकिन सीबीएसई ने प्रतियोगियों के भविष्य की परवाह किए बगैर ही बदलाव कर दिया। ये मेडिकल की तैयारी में जुटे प्रतियोगियों के भविष्य के साथ ही साथ जीवन से भी खिलवाड़ है।

ये है प्रतियोगियों की मांग

सीबीएसई अपने तीन चांस वाले नोटिस को वापस ले

85 प्रतिशत कोटा स्टेट का हो और सीट पर वही नियम लागू हों जो पहले स्टेट पीएमटी के थे

प्राइवेट कॉलेजों की फीस पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई की जाए

जब तक सब जगह एक जैसी शिक्षा व्यवस्था लागू नहीं हो जाती तब तक पुराने नियम ही लागू रहें

Posted By: Inextlive