- एम्स में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने स्वामी सानंद से मुलाकात कर जाना हालचाल

RISHIKESH: गंगा में खनन और बड़े बांधों के निर्माण पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद (प्रो। जीडी अग्रवाल) को देहरादून के दून अस्पताल से ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) शिफ्ट कर दिया गया। चिकित्सकों के अनुसार स्वामी सानंद के स्वास्थ्य को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। एम्स में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने स्वामी सानंद से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।

स्वामी सानंद की हालत खतरे से बाहर

हरिद्वार स्थित मातृसदन आश्रम में स्वामी सानंद 22 जून से उपवास पर हैं। बीते मंगलवार को प्रशासन ने जबरन उन्हें उठाकर देहरादून के दून अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रशासन के अनुसार स्वामी सानंद का वजन नौ किलो कम हो गया है और उनका स्वास्थ गिर रहा था। इसीलिए यह फैसला लेना पड़ा। दून अस्पताल में भी स्वामी सानंद ने उपवास जारी रखा। चिकित्सकों के समझाने के बावजूद उन्होंने अन्न ग्रहण नहीं किया। वह सिर्फ नींबू पानी ले रहे हैं। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ। हरीश थपलियाल ने बताया कि स्वामी सानंद की हालत खतरे से बाहर है। उन्होंने ड्रिप चढ़ाने से इन्कार कर दिया है। दूसरी ओर मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने प्रशासन की कार्रवाई को नियम विरुद्ध बताते हुए कहा कि संत की तपस्या में विघ्न डालने का प्रशासन को कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वह हरिद्वार के जिलाधिकारी के खिलाफ अदालत में वाद दायर करेंगे।

Posted By: Inextlive