- चित्रगुप्त मंदिर में बुलाई गई बैठक, तय होगी रणनीति

- नाम बदलने से कायस्थ समाज में फैल रहा आक्रोश

GORAKHPUR: शहर के फेमस विंध्यवासिनी पार्क का नाम बदलने को कायस्थ समाज ने साजिश करार दिया है। गोरखपुर नगर पालिका के 1932 से चेयरमैन और चार-चार जिलों गोरखपुर, गाजीपुर, जौनपुर और मिर्जापुर से ब्रिटिश साम्राज्य में हुए विधान सभा इलेक्शन में 1937 से विधायक रहे विंध्यवासिनी प्रसाद वर्मा के नाम से नामित राजकीय उद्यान का नाम बदलने के मुद्दे पर रणनीति तय करने के लिए श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा में बैठक बुलाई गई है। अध्यक्ष ने बताया कि बाबू लाल जी हॉल में बैठक करके आगे की रणनीति तय की जाएगी। शुक्रवार को कायस्थ सेना की बैठक बुलाई गई जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि स्व। विंध्यवासिनी बाबू ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी। गोरखपुर के विकास में उनका सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज का उन्मूलन और मानसिक शोषण तथा अस्तित्व को मिटाया जा रहा है। इस मामले में कायस्थ समाज प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेगा। बैठक में जिलाध्यक्ष रमन अस्थाना, नगर अध्यक्ष रतन श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव राजीव अस्थाना, आलोक श्रीवास्तव, मंडल अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव सहित कई लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive