कश्मीरी पंडितों की घर-वापसी मुद्दे पर घाटी में जवानों पर पत्थरबाजी, यासीन मलिक गिरफ्तार
अलगावदियों और सेना में झड़प
कश्मीर घाटी में कश्मीर पंडितों को वापस स्थापित करने की योजना का श्रीनगर में विरोध शुरु हो गया है. श्रीनगर के लाल चौक पर अलगाववादियों के एक ग्रुप ने जवानों की एक टुकड़ी पर भारी पथराव किया. इसके जवाब में जवानों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद पुलिस ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक को अरेस्ट कर लिया. ज्ञात हो कि कश्मीरी अलगाववादियों ने केंद्र सरकार की योजना के विरोध में आज कश्मीर बंद का आह्वान किया था.
आखिर क्यों जारी है विरोध
केंद्र सरकार ने 1990 में घाटी से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों को वापस उनका घर देने के लिए घाटी में एक टाउनशिप बनाने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर राज्य से टाउनशिप के लिए जमीन मांगी थी. इस सिलसिले में सूबे के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने विधानसभा में बयान देते हुए इस योजना के लिए जमीन देने का वादा किया. इसके ठीक एक दिन बाद विधानसभा में ही अपने बयान से पलटते हुए मुफ्ती ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की कॉलोनी के लिए अलग से जमीन दिया जाना संभव नहीं है. इससे दोनों सम्प्रदायों में परस्पर डर की भावना का विकास होगा जो राज्य के लिए ठीक नहीं होगा. लेकिन मुफ्ती की इस दलील के पीछे कश्मीरी अलगाववादियों का प्रदर्शन है जो इस टाउनशिप के विरोध में खड़े हो रहे हैं.