ATM के सहारे मत जाना मार्केट
जी हां 2 दिन की स्ट्राइक की वजह से जहां बैंकों में कामकाज प्रभावित रहा वहीं जगह-जगह लगे एटीएम में कैश न बचने से लोगों को खासी दिक्कत हो रही है. 2 दिन हड़ताल का आह्वान यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) किया है. इसमें 9 नेशनल यूनियन शामिल हैं.प्राइवेट बैंकों ने नहीं लिया हिस्सा हालांकि आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक समेत प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में कामकाज सामान्य रहा. इन बैंकों ने स्ट्राइक में हिस्सा नहीं लिया था. फिर भी बैंक यूनियनों ने प्राइवेट सेक्टर की बैंकों को जबरदस्ती बंद करवा दिया था. प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के खुले रहने की वजह से उन कस्टमर्स को कोई प्रॉब्लम नहीं हुई जिनके अकाउंट इस सेक्टर की बैंकों में हैं. स्ट्राइक से हुई मुश्िकल
स्ट्राइक की वजह से देश भर में चेक क्िलयरेंस, इलेक्ट्रानिक कोष हस्तांतरण, विदेशी विनिमय लेन-देन तथा मुद्रा बाजार गतिविधियां प्रभावित हुईं. स्ट्राइक के कारण वेडनेसडे को देश भर में चेक के निपटान, इलेक्ट्रानिक कोष हस्तांतरण, विदेशी विनिमय लेन-देन तथा मुद्रा बाजार गतिविधियां प्रभावित हुईं. ताजा रिपोर्ट के अनुसार आज स्थिति जस-की-तस बनी हुई है.बैंकों ने पहले ही दी थी जानकारी
स्ट्राइक की वजह से सामान्य बैंकिंग गतिविधियों के प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर बैंकों ने पहले ही अपने ग्राहकों को इस बारे में जानकारी दे दी थी. सूत्रों ने कहा कि बैंकों ने यह सुनिश्चित करने के लिये कदम उठाया है कि स्ट्राइक के दौरान लोगों को दिक्कत नहीं हो. इसके लिए एटीएम में पैसा डाला गया था. इसके बावजूद देश के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े एटीएम से पैसे खत्म हो चुके हैं.