- पंडित व ज्योतिष बता रहे हैं पूजन का विशेष मुहूर्त

- शाम 6 बजकर 2 मिनट से शुरू हो जाएगा प्रदोष काल

Meerut। इस साल दिवाली में प्रदोष काल की अवधि 2 घंटे 32 मिनट है। लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में करना चाहिए। प्रदोष काल में की गई पूजा सबसे फलदायी मानी जाती है।

शुभ मुहूर्त पर करें मां का स्वागत

राधा कृष्ण मंदिर के ज्योतिष हिमांशु शर्मा के अनुसार दीपावली पर स्वागतम् मंत्र का उच्चारण कर लक्ष्मी जी का स्वागत करें। इसके बाद प्रसाद के तौर पर चढ़ाई गई मिठाई को परिवार में बांटे। उनके अनुसार इस साल दिवाली पर लक्ष्मी गणेश पूजन के लिए 30 अक्टूबर शाम 7 बजे से 8 बजकर 34 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त की कुल अवधि 1 घंटे 34 मिनट है। इस पूजा के लिए प्रदोष काल शाम 6 बजकर 2 मिनट से 8 बजकर 34 मिनट तक है। वहीं वृषभ काल शाम 7 बजे शुरू होगा और 9 बजे खत्म होगा।

पूजा की आवश्यक साम्रगी

ज्योतिष भारत ज्ञान भूषण के अनुसार दिवाली पूजा के लिए रोली, चावल, पान-सुपारी, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, घी या तेल से भरे हुए दीपक, कलावा, नारियल, गंगाजल, फल, फूल, मिठाई, दूर्वा, चंदन, घी, मेवे, खील, बताशे, चौकी, कलश, फूलों की माला, शंख, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, थाली, चांदी का सिक्का, 11 दिए आदि वस्तुएं पूजा के लिए एकत्र कर लेना चाहिए।

शुभ मुहूर्त

उद्योग वालों के लिए - सुबह 11:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक

सामान्य के लिए- शाम 6:30 से 7:30 बजे तक

व्यवसायिक, दुकानदार - दोपहर 2:30 बजे से 5:30 बजे तक।

(पंडित चिंतामणि जोशी के अनुसार)

Posted By: Inextlive