-सीनेट मीटिंग में छात्र संघ चुनाव और सेमेस्टर परीक्षाओं की तिथि घोषित

PATNA: पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव का बिगुल बज गया है। सात दिसंबर को छात्र संघ चुनाव के लिए वोटिंग होगी। जबकि सत्र 2019-20 के सेशन की परीक्षाएं 16 दिसंबर से प्रारंभ होगी। इसकी घोषणा पीयू वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने गुरुवार को सिनेट की बैठक में की। इस तिथि की घोषणा के बाद विभिन्न छात्र संघों में चुनाव को लेकर अब सुगबुगाहट शुरु हो जाएगी। हालांकि इसके इसके बाद 16 दिसंबर की परीक्षा को लेकर छात्र संघ के प्रतिनिधि और अन्य प्रतिनिधियों ने कहा कि यह चुनाव का सही वक्त नहीं है। छात्र परीक्षा की तैयारी करेंगे ऐसे में वोटिंग कम होने का डर छात्र संघ के प्रतिनिधियों और छात्र नेताओं को सता रहा है। बीते चुनाव में करीब 55 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार इसमें कमी आ सकती है। वर्तमान पीयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित प्रकाश ने भी इसे लेकर चिंता जताई।

चुनाव की तिथि फिक्स हो

सिनेट बैठक में चर्चा के दौरान पीयू में छात्र संघ चुनाव की तिथि फिक्स करने की मांग वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष मोहित प्रकाश ने उठाया। उन्होंने कहा कि यदि इसकी डेट फिक्स कर दी जाए तो बेहतर तरीके से पूरी प्रक्रिया के लिए छात्र और प्रशासन भी तैयार रहेंगे। उन्होंने शिक्षकों की घोर कमी का भी मुद्दा उठाते हुए इस पर वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह को जल्द पहल करने का आग्रह किया। साथ ही दरभंगा हाउस का हाल ही में हुए रिनोवेशन वर्क के बाद इसके छत के प्लास्टर झड़ने की समस्या उठाई। इस बाबत मेनटेंनेंस के लिए कमेटी बनाने की मांग की। डॉ राम बचन राय ने पीयू में गांधी पीठ की स्थापना की मांग की।

रिसर्च से ही बेहतर होगी ग्रेडिंग

पीयू वीसी ने व्हीलर सिनेट हॉल में अपने अभिभाषण में पीयू में विभिन्न प्रकार के विकास कार्यो का जिक्र करने और हाल ही में नैक ग्रेडिंग 'बी प्लस' मिलने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य इसे 'ए प्लस' प्राप्त करने का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब हर शिक्षक और डिपार्टमेंट हेड इसके लिए पूरी तत्परता के साथ इस दिशा में कदम बढाएं। उन्होंने कहा कि नैक की टीम ने यहां की हर व्यवस्था को बेहतर पाया लेकिन रिसर्च इनोवेशन के मामले में उपल?िध नहीं होने के कारण पीयू बी प्लस ग्रेड पाकर रह गया। रिसर्च वर्क प्रोजेक्ट के लिए प्रतिमाह शिक्षकों को साढे सात हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद सिंह ने सुझाव दिया कि सभी शिक्षकों को दस हजार रुपये रिसर्च इनसेंटिव मिले।

कैंपस की सिक्योरिटी का मुद्दा

पीयू सिनेट की बैठक में पप्पू वर्मा ने पटना यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी का मुद्दा उठाया। उन्होंने हाल ही में हॉस्टल कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश कर यहां की शांति -व्यवस्था को भंग करने का प्रश्न उठाया। उन्होंने मांग की कि चाहे कोई भी धार्मिक कार्य या अनुष्ठान हो, यह कैंपस में भी होना अच्छी बात है लेकिन इन कार्यो में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगना चाहिए। वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने इस बारे में अन्य सदस्यों के भी विचार सुने और कहा कि पीयू का गौरवशाली इतिहास रहा है और आपसी भाईचारे और समरसता का भाव बना रहना चाहिए। एबीवीपी नेता मणिकांत मणि ने छात्रों पर फर्जी मुकदमें की बात उठाई। डीएसड?ल्यू डॉ एनके झा ने कहा कि पीयू ने किसी पर एफआईआर नहीं किया है बल्कि पुलिस प्रशासन ने सीसीटीवी को देखकर ही संबंधित लोगों पर कार्रवाई की।

बाहर रोषपूर्ण प्रदर्शन

गुरुवार को 11 बजे जैसे ही पीयू की सिनेट बैठक प्रारंभ हुई, बाहर छात्र संगठनों ने जमकर हंगामा किया और पीयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। एआईएसएफ के बैनर तले अन्य छात्र संगठनों ने पीयू प्रशासन को छात्र विरोधी बताया। एआईएसएफ के सदस्यों ने मांग किया कि सभी हॉस्टल को तुरंत आवंटित किया जाए, छात्र- छात्राएं कैंपस में सुरक्षित नहीं है, कई हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं, पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। प्लेसमेंट सेल को एक्टिव किया जाए और सेंट्रल लाइबे्ररी 24 घंटे छात्रों के लिए खुला रखने की मांग की। पीयू को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग करते हुए गेट पर प्रदर्शन किया।

सेंकेंड कैंपस का मामला लंबित

बैठक के दौरान डॉ चंद्रमा प्रसाद सिंह ने कहा कि पीयू के अब तक के इतिहास में इसका दूसरा कैंपस डेवलप नहीं हो पाया है। खास तौर पर वाणिज्य महाविद्यालय के लिए जिस भूखंड पर इसके भवन निमार्ण की बात हुई थी, वह अब तक लंबित है। उन्होंने कहा कि सैदपुर में अवस्थित यह जमीन दूसरे कैंपस के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए।

Posted By: Inextlive