-आशीष रॉयल पार्क में बीते दिनों एक बच्चे की रोने की आ रही थी आवाज, लेकिन कोई नहीं मिला

-लोगों ने सिक्योरिटी को लेकर की मीटिंग, हेलमेट पहनकर किसी को नहीं मिलेगी एंट्री

बरेली: आशीष रॉयल पार्क के एक घर में बीते दिनों एक बच्चे की रोने की आवाज आ रही थी, लेकिन वहां कोई नहीं था। छैमार गैंग के अंदेशा के चलते लोगों में दहशत का माहौल है। इसी के तहत आशीष रॉयल पार्क कल्याण समिति ने मंडे को सिक्योरिटी को लेकर एक बैठक की। जिसमें डिसाइड हुआ कि अब आम लोगों को गेट पर हेलमेट उतारकर ही एंट्री मिलेगी। वहीं कॉलोनी में रहने वाले लोग भी बिना अनुमति के मकान किराए पर नहीं दे सकेंगे। इसके लिए मकान मालिक को समिति से एनओसी लेनी अनिवार्य कर दी गई।

इसलिए बढ़ा खौफ

आशीष रॉयल पार्क में 22 सितम्बर को टाटा मोटर के एजीएम अतुल मिश्रा की छत पर रात 11 बजे एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चा रोते हुए बोल रहा था कि अंकल मुझे उतारो, जीने का गेट खोलो। आवाज सुनकर कॉलोनी में रहने वाले अमित ने लोगों को बुलाकर आवाज सुनवाई। जिसके बाद सभी ने जाकर गेट खोला, लेकिन छत पर कोई नहीं मिला। इसके बाद से कॉलोनी के लोगों में दहशत है।

पहले हो चुकी है वारदात

कॉलोनी के लोगों का कहना है कि इसी तरह की वारदात सुरेश शर्मा नगर में हो चुकी है। जिसमें छैमार गैंग निकला था। कॉलोनी के लोगों का शक है कि यह हरकत छैमार गैंग की हो सकती है। रॉयल पार्क कल्याण समिति के सचिव अमित गंगवार, आशीष और अन्य निवासियों ने डीआईजी से मिलकर मामले की जानकारी दी है।

कॉलोनी में लगाए गए सीसीटीवी

आशीष रॉयल पार्क कल्याण समिति की तरफ से कॉलोनी की सिक्योरिटी चेंज कर दी गई है। जबकि दोनों मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरे मंडे को नए लगवा दिए गए। पूरी कॉलोनी में मंडे को 16 कैमरे लगवाए गए हैं। समिति के सचिव ने कॉलोनी के निवासियों से भी सिक्योरिटी के प्रति अलर्ट रहने और सहयोग की मांग की है।

सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। सभी के लिए कुछ नियम बनाए गए है जो सभी को फॉलो करने है। इसके लिए सभी के घर-घर पर पर्चा भी छपवाकर बंटवा दिए हैं ताकि लोग नियम समझ सके।

अमित गंगवार, सचिव आशीष रॉयल पार्क कल्याण समिति

Posted By: Inextlive