- जिले में बंद रहे 250 हॉस्पिटल और नर्सिग होम

- डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में बढ़े मरीज

- आईएमए ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, अधिकतर मांगे मांगी

Meerut : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हड़ताल से करीब क्भ् हजार पेशेंट्स को तकलीफों का सामना करना पड़ा। कई मरीजों की ओपीडी नहीं हो सकी, वहीं कुछ लोगों ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में जाकर इलाज कराया। आईएमए ने अपनी हड़ताल को पूरी तरह से सफल बताया है। साथ ही डीएम को अपना ज्ञापन सौंपा है। डीएम ने साफ कर दिया है कि क्लीनिकल प्रोटेक्शन एक्ट को सख्ती से लागू कर दिया है। वहीं लोकल लेवल की समस्याओं को सोमवार को सुना जाएगा।

बंद रहे नर्सिग होम

हड़ताल की कारण करीब ख्भ्0 नर्सिग होम और प्राइवेट हॉस्पिटल में पूरी तरह से बंद रहे, किसी भी प्राइवेट डॉक्टर ने किसी भी मरीज को नहीं देखा। गढ़ रोड, दिल्ली रोड, बागपत रोड, हापुड़ रोड, रुड़की रोड पर कोई ऐसा हॉस्पिटल नहीं था जो बंद न हो। आईएमए के पदाधिकारियों की मानें तो उन्होंने हड़ताल को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सभी संस्थान पूरी तरह से बंद रहे हैं।

मरीज हुए परेशान

इस हड़ताल की वजह से प्राइवेट इलाज कराने वाले क्भ् हजार से अधिक मरीजों का इलाज नहीं हो सका। कई लोगों को हड़ताल के बारे में जानकारी तक नहीं थी। जब मरीज को लेकर तीमारदार पहुंचे तो उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मूलचंद शर्बती देवी हॉस्पिटल में अपनी मदर को दिखाने जागृति विहार से अरुण कुमार ने बताया कि उनका इसी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। आज डॉक्टर से मुलाकात करनी थी, लेकिन हड़ताल होने के कारण नहीं हो सकी। जानकारी भी नहीं थी। डॉक्टर को फोन लगाया तो उन्होंने अब दोबारा से कल की डेट दी है।

गवर्नमेंट हॉस्पिटल में बढ़ी संख्या

प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिग होम के बंद होने से गवर्नमेंट हॉस्पिटल में यकायक मरीजों की भीड़ बढ़ गई। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की बात करें तो डेली यहां ख्भ्00 मरीज आते हैं, लेकिन शुक्रवार को ये संख्या ख्म्00 से ऊपर पहुंच गई। वहीं अगर मेडिकल कॉलेज की बात करें तो डेली न्यू पेशेंट्स की संख्या ख्000 रहती है, लेकिन प्राइवेट नर्सिग होम और हॉस्पिटल की हड़ताल की वजह से ये आंकड़ा ख्क्भ्0 तक पहुंच गया।

सीपीए हो जल्द लागू

हड़ताल की घोषणा के बाद सभी आईएमए पदाधिकारियों और सिटी के नामी डॉक्टर्स ने आईएमए हॉल में सभा का आयोजन किया। पदाधिकारियोंने कहा कि जिस तरह से पीएनडीटी एक्ट और रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनके साथ वसूली की जा रही है, उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने ये मांग उठाई कि क्लीनिकल प्रोटेक्शन एक्ट को बने दो साल से अधिक हो गए हैं, लेकिन उसका पालन भी अभी नहीं हो सका है। कोई भी आकर हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर देता है। इस पर भी पुलिस और प्रशासन लगाम नहीं लगा सका है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डीएम को सौंपा ज्ञापन

सभा करने के बाद आईएमए मेंबर्स और डॉक्टर्स आईएमए हॉल से कलेक्ट्रेट स्थित डीएम ऑफिस तक पदयात्रा करके पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा। डीएम ने क्लीनिकल प्रोटेक्शन एक्ट ख्0क्फ् को सख्ती से लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा सरकार के इस एक्ट को पालन कराना काफी जरूरी है। वहीं उन्होंने सीएमओ ऑफिस में होने वाली रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन कराने की मांग को भी मान लिया है। वहीं डीएम ने ये भी कहा है कि लोकल लेवल की समस्या पर बात करने के लिए सोमवार को आईएमए के साथ बैठक की जाएगी।

आईएमए के पदाधिकारियों की जायज मांगों को मान लिया गया है। खासकर क्लीनिकल प्रोटेक्शन एक्ट को सख्ती से पालन कराया जाएगा। वहीं लोकल लेवल की समस्या को सुलझाने के लिए डॉक्टर्स के साथ सोमवार को मीटिंग की जाएगी।

- पंकज यादव, डीएम

हमारी हड़ताल पूरी तरह से सफल कही जा सकती है। कोई हॉस्पिटल और नर्सिग होम नहीं खुला। हमने अपनी मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा है। उन्होंने हमारी अधिकतर मांगों को मान लिया है। बाकी समस्याओं को लेकर सोमवार को बुलाया है।

- डॉ। जेवी चिकारा, प्रेसीडेंट, आईएमए मेरठ

पब्लिक वर्जन

मैं कभी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में नहीं आता हूं। प्राइवेट में ही इलाज कराता हूं, लेकिन आज मजबूरी में ही आना पड़ा। क्योंकि घर के पास के नर्सिग में आज कोई डॉक्टर नहीं था। कंधे में बहुत दर्द था। तो प्यारेलाल आना पड़ा।

- विनय, कसेरूखेड़ा

मैं हमेशा आनंद या सुशीला जसवंत राय हॉस्पिटल में इलाज कराने जाता हूं। आज पहली बार गवर्नमेंट हॉस्पिटल में कदम रखा है। मजबूरी में ही आना पड़ा, क्योंकि आज प्राइवेट हॉस्पिटल बंद थे।

- गजेंद्र कुमार, जागृति विहार

डॉक्टर तो डॉक्टर होता है। फिर चाहे वो प्राइवेट का हो या फिर सरकारी का। इस हड़ताल से सिर्फ पब्लिक को ही नुकसान होता है। आज मुझे पहली बार गवर्नमेंट हॉस्पिटल में कदम रखना पड़ा।

- राहुल, सदर बाजार

टाइम : म्:भ्ख्

Posted By: Inextlive