-विकास भवन में दीवारों को बना दिया पीकदान, खुले पड़े हैं बिजली के बॉक्स

-हॉस्पिटल फैला रहा बीमारी, खुले डस्टबिन और टीबी वार्ड के अंदर लेटे हैं तीमारदार

बरेली: शहर में हमारी सुविधा के लिए बने पब्लिक प्लेसेज को कोई और नहीं बल्कि हम सब ही गंदा कर रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने ट्यूजडे को शहर के कई पब्लिक प्लेसेज का रियलिटी चेक किया तो पाया पब्लिक प्लेसेज में गंदगी पब्लिक और जिम्मेदारों की वजह से ही फैली हुई है। इसके बाद हम सिस्टम को दोष देते हैं कि यह नहीं हुआ, वो नहीं हुआ। टीम ने देखा कि पहले तो पब्लिक खुद ही गंदगी फैलाती है बाद में कमेंट करके निकल जाती है।

विकास भवन को विकास की जरूरत

कहने को तो विकास भवन है लेकिन यहां के हालात देखकर आप यही कहेंगे सबसे ज्यादा विकास की जरूरत तो यहीं पर है। यहां पर डेली सैकड़ों लोगों का आना-जाना होता है। ग्राउंड फ्लोर पर कर्मचारियों ने जीने के पास ही पार्किंग बना रखी है जिससे पब्लिक को निकलने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऊपर से टॉयलेट पर भी ताला डाल दिया था। वहीं दूसरे टॉयलेट पर इतनी गंदगी है कि नाक में रुमाल रखने पर भी आप उसकी दुर्गध से बच नहीं सकते हैं। इस रास्ते से एक बार निकलने के बाद दोबारा यहां से निकलने से कतराते हैं।

दीवारों को बना दिया पीकदान

विकास भवन की सीढि़यों की दीवारों को पब्लिक और कर्मचारियों ने पीकदान बना दिया है। जबकि ऑफिस में जगह-जगह सीडीओ की तरफ से नोटिस भी चस्पा करवाया है जिसमें लिखा है कि धूम्रपान करते पकड़े जाने पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके बाद भी लोग सीढि़यों और दीवारों पर थूकने से बाज नहीं आ रहे हैं।

लग सकता है झटका

विकास भवन में जगह-जगह बिजली के बॉक्स खुले पड़े हुए हैं। इससे कभी भी किसी को करंट लग सकता है। लेकिन इसको ठीक कराने की जहमत किसी ने भी नहीं उठाई। सबकुछ देखते हुए भी अफसर और कर्मचारी आंखें मूंदे हुए हैं।

खुले में पड़ा मेडिकल वेस्ट

डिस्ट्रिक्ट मेल हॉस्पिटल में इमरजेंसी के पास डस्टबिन तो रखा हुआ है लेकिन इसके बाद भी मेडिकल वेस्ट खुले में पड़ा हुआ था। वहीं डस्टबिन के बाहर पड़ा कूड़ा पेशेंट और तीमारदारों को बीमार बनाने के लिए काफी है। इतना ही नहीं डस्टबिन के पास ही शराब की बोतलें भी पड़ी हुई थीं जिससे साफ जाहिर है कि पार्टी भी खूब होती है। साथ ही इमरजेंसी वार्ड के टॉयलेट तो इतने गंदे थे कि दुर्गध इमरजेंसी में एडमिट मरीजों के पास तक आ रही थी। जिससे मरीजों को सांस लेना दूभर था।

खुली डस्टबिन दे रही बीमारियों को दावत

डिस्ट्रिक्ट के फीमेल हॉस्पिटल की तरफ मेन गेट पर ही डस्टबिन के ढक्कन खुले हुए थे। जिससे दुर्गध आ रही थी। जबकि बैक साइड एंट्री गेट के बाहर तीमारदार जहां पर खाना खा रहे थे ठीक उनके पास ही डस्टबिन भी खुला पड़ा हुआ था। वहीं हॉस्पिटल के गेट के पास ही लोगों ने पीकदान बनाकर पूरा गंदा कर रखा था।

टीबी वार्ड में ही सोते तीमारदार

डिस्ट्रिक्ट को जहां टीवी मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में बड़ी रकम खर्च की जा रही है। लेकिन मेन हॉस्पिटल के सामने रोड पार बने टीबी वार्ड में मरीजों के साथ तीमारदार भी आराम फरमा रहे थे। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट का टीबी मुक्त होना तो सिर्फ एक सपना ही रह जाएगा। क्योंकि टीबी मरीज के संपर्क में कोई स्वास्थ्य व्यक्ति आ जाए तो उसे भी प्रॉब्लम होने के अधिक चांस रहते हैं।

जंक्शन की गंदगी हम ही जिम्मेदार

जंक्शन में अधिकारी तो सफाई व्यवस्था को लेकर काफी मुस्तैद हैं, लेकिन यहां पर आने वाले पैसेंजर गंदगी फैलाने में पीछे नहीं हैं। वे जहां बैठकर खाना खाते हैं या आराम फरमाते हैं वहीं पर खाली रैपर, पॉलिथिन, केले के छिलके आदि फेंक देते हैं। जबकि जगह-जगह डस्टबिन रखे गए हैं।

======================

-जिम्मेदार अफसरों को पब्लिक प्लेसेज पर व्यवस्थाएं ठीक रखनी चाहिए। ताकि आने वाली पब्लिक को प्रॉब्लम न हो, लेकिन ऐसा नहीं है। पब्लिक की सुविधाओं को ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

मुगीस अख्तर

-----------------

- विकास भवन में तो दीवारों और टॉयलेट पर तो लोगों ने पीक मारकर लाल कर दिया है। टॉयलेट साफ ठीक से नहीं होते हैं, जिस कारण दुर्गंध आती है।

गगन देव सिंह

Posted By: Inextlive