आतंकियों की घुसपैठ से खुल रही है

System की पोल

Security agencies की Alertness पर खड़ा हुआ सवाल

public भी है परेशान, इलाहाबादियों ने रखी अपनी राय

ALLAHABAD: लखनऊ में आतंकी सैफुल्लाह के साथ हुई मुठभेड़ ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों का कहना है कि आज आतंकी जब प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहुंच चुके हैं तो कल वो इलाहाबाद या फिर किसी और महानगर में भी पहुंच सकते हैं।

कठघरे में इंटेलीजेंस सिस्टम

पूरे प्रदेश में आज सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर ये क्या हो रहा है? आतंकी सैफुल्लाह कई महीनों से लखनऊ में रह कर बम विस्फोट की प्लानिंग कर रहा था, ऐसे में खुफिया एजेंसियों को पता क्यों नहीं चला। इन सवालों के बीच गुरुवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इलाहाबाद के लोगों से सवाल किया कि लखनऊ और कानपुर में आतंक के सामान की मौजूदगी और लखनऊ में मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराना क्या संदेश देता है? क्या सिक्योरिटी सिस्टम में इसे बड़ा लैप्स नहीं माना जाना चाहिए? जिस पर इलाहाबादियों ने खुल कर अपनी बात रखी और चिंता जताई।

इसे सुरक्षा में चूक भी कह सकते हैं, क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं और चुाव के समय सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर रहती है। फिर भी इतनी बड़े आतंकियों का प्रदेश में मौजूदगी कुछ प्रश्न जरूर खड़ा करती है।

दिनेश यादव

यूपी में है जो कानून व्यवस्था के हाल हैं उसमें तो कोई भी यहां आकर कुछ भी करके जा सकता है। अपराधियों को कोई डर नहीं, क्योंकि उनके आका सत्ता में बैठे हैं। कोई बड़ी बात नहीं की अगर बिना पक्षपात के जांच हो तो आतंकियों से नेताओं के कनेक्शन निकले।

ब्रजेश त्रिपाठी

प्रदेश की कानून व्यवस्था सही नहीं है, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं न हों।

आकाश दुबे

लखनऊ की घटना ने ये साबित कर दिया है कि गवर्नमेंट की सिक्योरिटी एजेंसियां गंभीर नहीं है। ये आईएसआईएस को गंभीरता से नहीं ले रही हैं, ये तो अभी शुरुआत है।

उत्तम पटेल

यकीनन यह एक गंभीर मुद्दा है। सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देा होगा। जिससे उत्तर प्रदेश या देश में कहीं भी कोई अप्रिय घटना न घटित हो जाए।

अभिषेक त्रिपाठी

आतंकवादी यूपी की राजधानी में कैसे घुसे ये गंभीर बात है। सरकार को सतर्क रहना होगा, वरना कोई भी हादसा हो सकता है।

नीरा त्रिपाठी

चुनाव के समय में सुरक्षा व्यवस्था पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। लखनऊ और कानपुर में आतंकियों की मौजूदगी को सिक्योरिटी सिस्टम में बड़ी कमी माना जाना चाहिए।

मीतू

सिक्योरिटी सिस्टम की लापरवाही का ही नतीजा है, जिसके कारण आज ऐसा हो रहा है कि खुलेआम आतंकी गली मोहल्ले में घूम रहे हैं।

महेंद्र कुमार

Posted By: Inextlive