- कांग्रेसियों ने आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर की मांग

आगरा। शहर में पानी को लेकर मारामारी बढ़ती जा रही है। जलकल विभाग लोगों तक पानी पहुंचाने में असफल साबित हो रहा है, वहीं पानी टैक्स में मनमानी कर रह है। इस पर कांग्रेसियों ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने गर्मी की दस्तक के साथ नगर निगम प्रशासन को अलर्ट किया है और पानी की व्यवस्था सुचारू करने की सलाह दी है। इस मामले को लेकर कांग्रेसियों ने नगर आयुक्त को पानी की समस्या और बिल संबंधी शिकायतों पर ज्ञापन सौंपा। मालूम हो कि दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट से पानी को लेकर विशेष अभियान चलाया। इस ओर कांग्रेसियों ने भी चिंता जाहिर की है।

बिना पानी मिले मिल रहा बिल

कांग्रेस कमेटी के सदस्य और पार्षद मंगलवार दोपहर नगर निगम कार्यालय पहुंचकर पानी की मांग को लेकर घेराव किया। उन्होंने बताया कि शहर में बड़ी संख्या वर्षो से नल कनेक्शन हैं, लेकिन उनके यहां पानी की एक बूंद तक नहीं पहुंची है। वे पानी को तरस रहे हैं और खरीदकर प्यास बुझा रहे हैं। इसके बावजूद उनके यहां पानी का बिल भेजा जा रहा है। उनके खिलाफ आरसी काटकर वसूली की जा रही है। लोग पानी की शिकायत करने संबंधित विभाग जाते हैं, तो अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक बदसलूकी करते हैं। इन समस्याओं से जनता को राहत दी जाए। उन्होंने मांग की है कि बिना नल कनेक्शन के घरों का बिल निरस्त किया जाए। पानी लीकेज स्थानों को चिह्नित किया जाए और उन्हें तत्काल बंद किया जाए। पानी की गुणवत्ता सुधारी जाए और गंगाजल की समयसीमा तय करें। गर्मी से पहले हैंडपंप और पंपों को सुधारा जाए। गरीब जनता का सालोंसाल का बिल माफ किया जाए। इन मांगों को लेकर उप्र कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शब्बीर अब्बास, कार्यवाहक जिलाध्यक्ष हाजी जमीलुद्दीन कुरैशी, रामवीर कर्दम, अदनान कुरैशी, राकेश कुमार पाठक, तारेंद्र गिरी, पार्षद शिरोमणि समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

इन इलाकों में पानी पहुंचाने की मांग

बाग राजपुर, पक्की सराय, कच्ची सराय, गौबर चौकी, कौल्हाई, तेलीपाड़ा, ज्योति नगर, रसूलपुर, लोहामंडी समेत कई इलाकों में पानी की समस्या है। यहां पानी सप्लाई की जाए।

संविदाकर्मियों को मिले राहत

नगर निगम के संविदा सफाई कर्मियों की परेशानी को लेकर बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने नगर निगम में प्रदर्शन किया। उन्होंने नगर आयुक्त से मिलकर संविदा सफाई कर्मियों की समस्या और वेतन विसंगति को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कर्मियों का वेतन 7 हजार 590 रुपये है। उन्हें लगभग 6 हजार रुपये ही मिलता है। इससे घर और परिवार चलाना संभव नहीं है। उन्होंने साफ-सफाई के संसाधनों और टूल्स देने की भी मांग की।

Posted By: Inextlive