- सरकार के अंतरिम बजट नहीं ला सकी चेहरे पर मुस्कान

- ऐसे बजट से व्यापारियों, उद्योगपतियों को उम्मीद ही नहीं थी

रूद्गद्गह्मह्वह्ल: यूपीए ख् ने सोमवार को अपना अंतरिम बजट तो पेश किया, लेकिन ये व्यापारियों और उद्योगपतियों के चेहरे पर मुस्कान नहीं ला सकी है। व्यापारियों और उद्योगपतियों का मानना है कि इस बजट में उनके लिए कुछ है ही नहीं, ये बजट तो वोट बैंक हासिल करने के लिए तैयार किया गया है। क्या कहना है मेरठ के व्यापारियों और उद्योगपतियों का, जानते हैं।

नहीं मिला कोई लाभ

मेडिसन एक्साइज फ्री जोन में तो आती हैं, लेकिन ये जोन सिर्फ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों के लिए इसमें कुछ खास नहीं है। वहीं एक्साइज की लिमिट भी डेढ़ करोड़ से बढ़ाकर पांच करोड़ करनी चाहिए। जबकि इंट्रस्ट में भी व्यापारियों को छूट देना जरूरी है।

किसी तरह की सौगात नहीं

स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री के लिए ये बजट कुछ भी सौगात लेकर नहीं आया। इनकम टैक्स में छूट, एक्साइज लिमिट बढ़ाने पर जोर ही नहीं दिया गया है। एक्साइज में छूट सरकार ने जरूर दी है। लेकिन उससे स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को ज्यादा फायदा पहुंच रहा।

नहीं बढ़ाई एक्साइज लिमिट

इंडस्ट्री के बारे में इस बजट में सोचा ही नहीं गया है। इनकम टैक्स में छूट देने का वादा पहले किया गया था। वहीं एक्साइज की लिमिट को भी दोबारा बढ़ाने का वायदा किया गया था। इस बजट में कुछ ऐसा नहीं है जो उद्योग को फायदा पहुंचाए।

स्टूडेंट्स को सुकून

एजुकेशन के लिए भले ही अंतरिम बजट में कुछ नहीं हो, लेकिन सरकार ने एजुकेशन लोन की ब्याज दर में कटौती करके लाखों छात्रों को खुश होने का मौका दिया है। ब्याज दर में कटौती से 9 लाख छात्रों को सुकून मिलेगा।

यूथ की जेब रहेगी ढीली

अच्छे होटल और रेस्तरां में खाने का शौक यूथ का होता है लेकिन किसी ने इस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। होटल व रेस्टोरेंट आदि में सर्विस टैक्स पर कोई छूट न मिलने से यूथ की जेब पहले की तरह ढीली होती रहेगी।

मिडिल क्लास नाराज

इनकम टैक्स में छूट न देकर मिडिल क्लास फैमिली की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। केरोसिन, गैस और पेट्रोलियम की कीमतों में कमी नहीं की गई। होम लोन लेने वालों पर न तो आयकर में ब्याज छूट की सीमा बढ़ाई गई और न ही क्भ् लाख के गृह लोन पर ब्याज की छूट सीमा बढ़ाई गई।

बिगड़ेगा घरेलू बजट

आयकर में कोई छूट न देने ऑटो मोबाइल पर उत्पाद शुल्क घटाने लेकिन पेट्रोलियम गुड्स पर सब्सिडी में छूट न देने घरेलू बजट पर काफी असर दिखाई देगा। रसोई पर भविष्य में दो से तीन हजार का असर पड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

अंतरिम बजट से तो कुछ भी उम्मीद नहीं है। सरकार को छोटे व्यापारियों के बारे में सोचना चाहिए। इस बजट में सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा मिला है।

-रजनीश कौशल, महामंत्री जिला केमिस्ट एसोसिएशन

अंतरिम बजट से कोई उम्मीद ही नहीं थी, ये तो बस वोट बैंक के लिए तैयार किया गया है। स्पोटर्स इंडस्ट्री के लिए इसमें कुछ भी खास नहीं है।

- राकेश महाजन, निदेशक बीडीएम

बजट वोट बैंक को ध्यान में रखकर बनाया गया है। बजट में कुछ भी उद्योग के हित में नहीं है।

- संजीव मित्तल, चेयरमैन, आईआईए

Posted By: Inextlive