RANCHI : रांची नगर निगम सिटी के पूजा पंडालों में कोल्ड फॉगिंग कराने का आदेश दिया गया है। लेकिन गली मोहल्लों में लोगों को मच्छर डंक मार रहे हैं। रात में सोना मुश्किल हो रहा है। इसकी मेन वजह करोड़ों रुपए की मशीन खरीदे जाने के बाद भी गली-मोहल्लों में आज तक कोल्ड फॉगिंग न कराया जाना है। ठंड की दस्तक के बाद भी मच्छरों का आतंक बना हुआ है।

फॉगिंग का आज भी इंतजार

शाम को अंधेरा होते ही मच्छरों का झुंड लोगों का खून चूसने के लिए निकल पड़ता है। इनके आतंक के आगे लोगों को रात में बिना मच्छरदानी के सोना मुश्किल हो रहा है। चार महीने पहले दो जून को कोल्ड फॉगिंग मशीनों को हरी झंडी दिखाकर मेयर ने रवाना किया था। इसके बाद मशीन का डिसप्ले भी कराया गया था। लेकिन गली मोहल्लों में आज भी कोल्ड फॉगिंग का इंतजार है। बता दें कि सिटी के कुछ इलाकों को छोड़ ये मशीनें कोल्ड फॉगिंग के लिए गई ही नहीं हैं।

एक करोड़ 5 लाख की मशीन

मच्छरों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने 35-35 लाख रुपए की तीन मशीनें खरीदी हैं। जिसमें पानी में केमिकल मिलाकर फॉगिंग की जाती है। इससे डीजल पर होने वाले खर्च का आधा भी नहीं लगता। वहीं इसका असर लंबे समय तक रहता है। इसके बाद भी आजतक रोस्टर को फॉलो नहीं किया जा सका। जबकि पूरे महीने फॉगिंग के लिए रोस्टर तैयार किया गया था।

क्वॉयल से लोग हो रहे बीमार

रात में सोने से पहले लोग घरों में लिक्विड और क्वॉयल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस उपाय से भी मच्छरों पर कोई असर नहीं पड़ रहा। उल्टे मच्छरों से बचने के लिए ऐसी चीजें का इस्तेमाल करने से लोगों को सांस की बीमारी चपेट में ले रही है। इस कारण डॉक्टर मच्छरदानी का यूज करने की सलाह दे रहे हैं।

Posted By: Inextlive