GORAKHPUR : पंक्चुअलिटी और मेहनत से साउथ का सिनेमा कामयाब है. भोजपुरी से ज्यादा काम साउथ में होता है. यहां के लोग अपनी फिल्मों के लिए जान लगा देते हैं. उनके पास उम्दा तकनीक भी है. यह कहना है कि भोजपुरी एक्टर प्रवेश लाल यादव का. थर्सडे को अपनी फिल्म 'टाईगर' के प्रोमोशन के लिए वे सिटी आए थे. इस दौरान आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि वे जी जान लगाकर फिल्में करते हैं. इस वजह से उनकी फिल्में दर्शकों को पसंद आती हैं.


भैया का आशीर्वाद हमेशा है साथ एक्टर दिनेश लाल यादव निरहुआ के छोटे भाई प्रवेश लाल यादव का कहना है भैया का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है। 2008 में 'चलनी के चालल दुल्हा' से बतौर एक्टर करियर शुरू करने के बाद उन्होंने बहुत कुछ?सीखा है। अब न तो मीडिया के सवालों से घबराते हैं न ही अब सेट पर डर लगता है। Land & facility is the neededप्रवेश ने कहा कि गोरखपुर में सिनेमा के डेवलपमेंट के लिए सब्सिडी से ज्यादा जरूरत लैंड और फैसेलिटी की है। गवर्नमेंट के सहयोग के बिना किसी फिल्म सिटी का निर्माण पॉसिबल नहीं है। यह भी जरूरी है कि लोकल आर्टिस्ट को सिनेमा में ज्यादा से ज्यादा मौका मिले। इसलिए वे अपनी हर फिल्म में लोकल आर्टिस्ट को मौका देते हैं। शूटिंग लोकेशन वाले एरिया के आर्टिस्ट को जरूर काम मिलता है।

Posted By: Inextlive