Pune Crash Porsche: पुणे पोर्श दुर्घटना मामले में नया खुलासा हुआ है। जिसमें पाया गया कि हॅाक्टरों ने आरोपी नाबालिग के घर वालों से 3 लाख रुपये की रिश्वत लेकर उसके ब्लड सैंपल बदल दिए थे। पुलिस ने इस मामले में दो डॉक्टर और एक चपरासी को गिरफ्तार किया है...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Pune Porsche Car Accident Case: पुणे पोर्श एक्सीडेंट मामले में रोज कोई न कोई नया खुलासा हो रहा है। इसी बीच अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पुलिस ने इस मामले में दो डॉक्टर और एक चपरासी को गिरफ्तार किया है। जिन्होनें आरोपी नाबालिग के घर वालों से 3 लाख रुपये की रिश्वत लेकर उसके ब्लड सैंपल बदल दिए थे।

सैंपल और रिपोर्ट में हेरफेर
गिरफ्तार हुए डॅाक्टरों ने आरोपी नाबालिग के ब्लड सैंपल रिपोर्ट में हेरफेर की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सासून हॉस्पिटल के चपरासी अतुल घाटकांबले ने अपराधी नाबालिग के परिवार वालों से 3 लाख रुपये लेकर दो डॉक्टरों (डॉ. अजय तावड़े और डॉ. हरि हरनोर) को ब्लड सैंपल बदलने के लिए रिश्वत के तौर पर दिए थे। सच्चाई सामने आने के बाद तीनों अपराधियों को सोमवार को पुणे की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि, नाबालिग के ब्लड सैंपल बदले जाने के कारण रविवार को आई रिपोर्ट में शराब के कोई निशान नहीं पाए गए थे। लेकिन, एक्सिडेंट की रात नाबालिग जिस बार में शराब पी रहा था, वहां के सीसीटीवी फुटेज में उसकी और उसके दोस्तों के ये शराब पार्टी रिकॉर्ड है।

ऐसे बदले गए ब्लड सैंपल
पुलिस के मुताबिक एक्सीडेंट के दिन आरोपी नाबालिग के पिता और डॉ. तावड़े के बीच फोन पर बात हुई थी। इसी दौरान आरोपी नाबालिग के पिता ने डॉक्टर को मेडिकल रिपोर्ट बदलने के लिए रिश्वत के पैसे ऑफर किए थे। पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि, हॉस्पिटल से कलेक्ट किए गए सैंपल और फोरेंसिक टेस्ट के लिए भेजे गये सैंपल अलग हैं। किशोर आरोपी के सैंपल को फोरेंसिक टेस्ट के लिए कभी भेजा ही नहीं गया है। उन्होंने कहा कि, '19 मई को सुबह 11 बजे के करीब, ससून अस्पताल में लिया गया किशोर का ब्लड सैंपल कूड़ेदान में फेंक दिया गया और दूसरे व्यक्ति का ब्लड सैंपल फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया। जांच के दौरान, हमने पाया कि सीएमओ श्रीहरि हलनोर ने ससून अस्पताल में फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के एचओडी अजय तावड़े के निर्देश पर इसे बदल दिया था।'

Posted By: Anjali Yadav