रूस में व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को छह साल के एक और कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ ली। पुतिन अपने तीन कार्यकाल के दौरान कई बड़े काम कर चुके हैं।


तीन कार्यकालों की बड़ी बातेंमोस्को (एजेंसियां)। दो महीने पहले हुए चुनाव में करीब 77 फीसद वोट पाकर व्लादिमीर पुतिन चौथी बार राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। आज यानी कि सोमवार को उन्होंनें चौथी बार रूस के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। हम उनके बीते तीन कार्यकालों से जुड़ी चार बड़ी बातों के बारे में बता रहे हैं। अमरीका के साथ परमाणु हथियार कम करने पर हस्ताक्षरपहली बार पुतिन ने मई, 2000 में रूस के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। अपने पहले कार्यकाल के दौरान पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के साथ मास्को संधि के तहत स्ट्रेटेजिक औफेंसिव रिडक्शन पर हस्ताक्षर किए। बता दें कि इस संधि के तहत प्रत्येक देश को दस वर्षों के दौरान रणनीतिक परमाणु हथियार के भंडार को कम करना होता है।रूस के पहले नेता


7 मई, 2004 को पुतिन ने दूसरी बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। इसी कार्यकाल के दौरान वे इजराइल दौरे पर गए। इसी तरह वे इजराइल जाने वाले पहले रूसी नेता भी बन गए। आतंकवाद से मिलकर लड़ने की घोषणा

पुतिन के दूसरे कार्यकाल के दौरान ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर ने रूस का दौरा किया और उस समय रूस और ब्रिटेन ने आतंकवाद से साथ मिलकर लड़ने की घोषणा की। दूसरे कार्यकाल के दौरान ही पुतिन टाइम मैगजीन के पर्सन ऑफ द इयर के रूप में भी चुने गए।ओबामा से मिले पुतिनतीसरी बार पुतिन 2012 में रूस के राष्ट्रपति चुने गए। अपनी इस कार्यकाल के दौरान पुतिन ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लिया और बाद में ओबामा से भी मिले। वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने बैठक में यूक्रेन और सीरिया जैसे मुद्दों पर चर्चा किया। बता दें कि यूक्रेन में रूस के घुसपैठ के बाद यह दोनों नेताओं की पहली व्यक्तिगत बैठक थी।

Posted By: Mukul Kumar