- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डीजीपी ने छात्राओं को किया संबोधित

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रुष्टयहृह्रङ्ख : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर गुरुवार को यूपी 100 नई पहल का गवाह बना। यूपी 100 की दस पीआरवी पर महिला पुलिसकर्मी तैनात हुई, जिन्हें डीजीपी ओपी सिंह ने झंडी दिखाकर फील्ड में रवाना किया। इससे पहले यूपी 100 हेडक्वार्टर में डीजीपी ने विभिन्न कॉलेजों की छात्राओं, शिक्षिकाओं व प्रधानाचार्यो को भी संबोधित किया।

महिलाओं के कामों को मिले मान्यता

यूपी 100 भवन में इस मौके पर 'जेंडर सेंसटाइजेशन' विषय पर आयोजित कार्यशाला में डीजीपी सिंह ने कहा कि समाज के लिए सुरक्षा सबसे जरूरी है। सुरक्षा की भावना का अर्थ है कि प्रत्येक व्यक्ति/महिला कहीं भी जाये, तो उसे यह एहसास हो कि वह हर तरह से सुरक्षित है। समाज में बड़ी संख्या में महिलाएं घर में बच्चों का लालन-पालन, घरेलू कार्य, अनाज उगाने जैसे काम करती हैं, लेकिन उनके ऐसे कामों को समाज में मान्यता नहीं मिलती। महिलाओं के ऐसे कार्यो को समाज में मान्यता मिलनी चाहिए।

खुद ले सकें फैसला

डीजीपी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मौलिक आधार महिलाओं के इस तरह सक्षम होने में है, जिसमें वह अपने फैसले खुद ले सकें। डीजीपी ने कहा कि पुलिस कर्मियों को थाने पर आने वाली पीडि़त महिलाओं के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार करना चाहिए। कार्यशाला में प्रमुख रूप से विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं, लविवि के कुलपति प्रो.एसपी सिंह, रामस्वरूप कॉलेज के प्रो.डॉ.एके सिंह, एमिटी यूनिवर्सिटी की डॉ.मंजू अग्रवाल, आईटी कॉलेज की डॉ.तुलसी मेहता, नेशनल पीजी कॉलेज की डॉ.नीरजा सिंह, डीपीएस की डॉ.दीप्ती द्विवेदी, एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार, एडीजी महिला सम्मान प्रकोष्ठ अंजू गुप्ता, एडीजी कार्मिक नीरा रावत, एडीजी मानवाधिकार प्रकोष्ठ तनुजा श्रीवास्तव, एडीजी यूपी 100 आदित्य मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive