देश में अब सीएनजी सस्‍ती मिलेगी। पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने जानकारी दी है कि कतर लंबी समय के बाद भारत को बहुत ही कम कीमत पर गैस बेचने को सहमत हो गया है। यह डील अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में गैस कीमतों में आई भारी गिरावट के कारण संभव हुई है। इस समझौते से भारत को सालाना चार हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। कतर ने 2015 में कम गैस आयात करने पर 12 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना भी माफ कर दिया है।

भारत को खूब फायदा

भारत की ओर से पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड ने कतर के रासगैस के साथ यह डील की है, जो 2028 तक के लिए है। इस सहमति से भारत को बहुत फायदा होंने वाला है। इस संशोधित फार्मूले से भारत में गैस की कीमत 12 से 13 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से घटकर 6 से 7 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट रह जाएगी। यह दाम पहले की तुलना में लगभग आधे है।

75 लाख टन सालाना एलएनजी पर लागू

यह संशोधित फार्मूला भारत द्वारा रासगैस से दीर्घकालीन अनुबंध के तहत खरीदे जाने वाली 75 लाख टन सालाना एलएनजी पर ही लागू होगा। इस सिद्धांत के आधार पर ब्रेंट क्रुड गैस की तीन माह की औसत कीमत होगी। गौरतलब हो कि पहले यह जापान से लाए जाने वाले कच्चे तेल के पांच वर्ष की औसत कीमत पर होता था। यह लागू हो जाने के बाद पीएलएल 10 टन अतिरिक्त एलएनजी खरीदने की स्थिति में आ जाएगा।


Posted By: Satyendra Kumar Singh