शाहजहांपुर में पीसीएस अधिकारी की मौत का मामला

एडीजी से मिले परिजन, महिला पीसीएस पर लगाये गंभीर आरोप

पीसीएस ने धोखा देकर की शादी

LUCKNOW: शाहजहांपुर में तैनात पीसीएस अधिकारी रंजीत सोनकर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रंजीत के परिजनों का आरोप है कि रंजीत की पत्‍‌नी अर्चना सोनकर (पीसीएस अधिकारी) महिला नहीं है। इसका खुलासा होने पर महिला पीसीएस के परिजन रंजीत को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। गुरुवार को रंजीत के परिजनों ने इस बाबत एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी को शिकायती पत्र दिया जिसके बाद एडीजी ने एसपी शाहजहांपुर को महिला पीसीएस का डॉक्टरों के पैनल से मेडिकल कराने तथा रंजीत द्वारा डीएम को भेजे पत्र को डेथ स्टेटमेंट के रूप में विवेचना में शामिल करने के निर्देश दिए है।

21 अप्रैल को मिले थे मृत

शाहजहांपुर में जिला विकलांग कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात रंजीत सोनकर का शव विगत 21 अप्रैल को उनके आवास पर मिला था। रंजीत की शादी शाहजहांपुर में जिला समाज कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी अर्चना सोनकर से विगत 16 फरवरी को हुई थी। रंजीत के परिजनों के मुताबिक शादी के बाद अर्चना के महिला नहीं होने को लेकर विवाद शुरू हो गया। अर्चना के परिजनों ने इस बात को सार्वजनिक किए जाने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। रंजीत ने विगत 28 मार्च को डीएम शाहजहांपुर को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद रंजीत ने विवाह शून्यीकरण का वाद शाहजहांपुर की पारिवारिक अदालत में कर दिया जो अभी विचाराधीन है। परिजनों का आरोप है कि अर्चना और उसके परिजनों ने 21 अप्रैल को साजिश रचकर रंजीत की रात में हत्या कर दी। इसकी एफआईआर शाहजहांपुर के थाना सदर में 25 अप्रैल को दर्ज करायी गयी थी।

दबाव में पीछे हटी पुलिस

रंजीत के भाई रोहित ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद स्थानीय पुलिस ने अर्चना सोनकर और उनके परिजनों की गिरफ्तारी नहीं की। उन्होंने स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह अर्चना सोनकर के महत्वपूर्ण पद पर तैनात होने की वजह से कोई कार्रवाई करने से कतरा रही है। रंजीत के परिजनों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी इस बाबत पत्र भेजकर अर्चना सोनकर को निलंबित करने का आग्रह किया है क्योंकि उनकी तैनाती की वजह से जांच प्रक्रिया बाधित हो सकती है। मालूम हो कि स्थानीय पुलिस ने रंजीत के शव का पोस्टमार्टम कराया था जिसमें हत्या की वजह स्पष्ट न होने की वजह से विसरा सुरक्षित कर लिया गया था।

Posted By: Inextlive