RANCHI: कैंसर का नाम सुनते ही लोगों के होश उड़ जाते है। अगर बीमारी का पता शुरुआती स्टेज में चल जाए तो उसे ठीक भी किया जा सकता है। लेकिन लास्ट स्टेज में पहुंच जाने के बाद लोग अपनी लाइफ के दिन गिनना शुरू कर देते हैं। इस बीच कोई और बीमारी हो जाए तो मरीज समय से पहले ही मरने लगता है। लेकिन रिम्स ट्रॉमा सेंटर का रेडियो डायग्नोसिस डिपार्टमेंट ऐसे ही मरीजों की उम्र बढ़ाने का काम कर रहा है, जिससे कि कैंसर पेशेंट्स कुछ ज्यादा दिनों तक अपनी लाइफ जी सकें।

टेक्निक से मिल रही राहत

बीमारी के हिसाब से मरीजों को ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। ऐसे में कई बार कैंसर के साथ कुछ और बीमारियां भी चपेट में ले लेती हैं। ऐसी स्थिति में सर्जरी, पेडियाट्रिक सर्जरी, मेडिकल ओंकोलॉजी, सर्जिकल ओंकोलॉजी और गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट से मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रेडियो डायग्नोसिस सेंटर में भेजा जा रहा है, जहां डॉ नवीन मरीजों की पीटीबीडी, पीसीएन, एफएनएसी कर रहे हैं। इसमें से पीटीबीडी पहली बार रिम्स में शुरू की गई है। यह टेक्निक कैंसर मरीजों की जांडिस ठीक करने में भी कारगर है।

25 मरीजों की पीटीबीडी ट्रीटमेंट

रेडियो डायग्नोसिस डिपार्टमेंट मरीजों को जो ट्रीटमेंट फ्री या सरकारी दर पर उपलब्ध करा रहा है। ये टेस्ट कराने के लिए प्राइवेट सेंटरों में 5-10 हजार रुपए तक लिए जाते हैं। लेकिन रिम्स में अधिकतर मरीजों की फ्री में ही ट्रीटमेंट की जा रही है। अबतक 25 मरीजों का पीटीबीडी डॉ। नवीन कर चुके हैं।

Posted By: Inextlive