फ्रांस के साथ हो रहे राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे में अभी कुछ समय लग सकता है। फ्रांस ने राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत में मामूली कमी की है जबके भारत अधिक कमी की मांग कर रहा है। इस कारण अरबों रुपये के इस सौदे को अंतिम रूप देने में कुछ हफ्तो का समय औश्र लग सकता है।


36 राफेल विमानों का है सौदा  लागत बढ़ाने और डॉलर की दर को ध्यान में रखते हुए यूपीए के समय की निविदा के अनुसार 36 राफेल विमानों की कीमत 66 हजार करोड़ रुपये करीब नौ अरब यूरो होती है। इसमें वह लागत भी शामिल है जो उन बदलावों को करने में आई है जो भारत ने विमान में करने के लिए मांग की थी। कीमत कर करके करीब आठ अरब यूरो 59 हजार करोड़ के आसपास लाने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कीमतों को लेकर मोलभाव 21 जनवरी से शुरू हुआ है। 50 प्रतशित अग्रिम भुगतान है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद दासॉल्ट एविएशन द्वारा बताई गई शर्तो पर विमान की अपूर्ति के लिए एक अंतर सरकारी समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सहमत हुए थे। बातचीत का एक औश्र बिंदु अग्रिम राशि के भुगतान का है जो भारत को अदा करना होगा। सूत्रों ने कहा कम से कम 50 प्रतिशत अग्रिम भुगतान करना होगा जिसमें 15 प्रतशित तत्काल भुगतान शामिल है।

Posted By: Prabha Punj Mishra