- बीटेक थर्ड के स्टूडेंट्स ने पहले कैंपस फिर हॉस्टल में घुसकर की एमबीए स्टूडेंट की रैगिंग की कोशिश

- सिक्योरिटी ने दोनों बार मामला शांत कराया, कन्वोकेशन सेरेमनी से पहले घटना से कैंपस में हड़कंप

बरेली : आरयू कैंपस में रैगिंग को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी फेल होती दिख रही है। वेडनसडे को बीटेक थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स ने कैंपस में एमबीए फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट के साथ रैगिंग की कोशिश की। सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के लोगों के मौके पर पहुंच जाने से बीटेक के स्टूडेंट भाग गए। लेकिन वे देर रात फिर हॉस्टल पहुंचे और एमबीए के स्टूडेंट्स के साथ दोबारा रैगिंग की कोशिश की। एक बार फिर सिक्योरिटी के लोगों ने किसी तरह मामले को कंट्रोल किया। कन्वोकेशन सेरेमनी से ठीक 12 दिन पहले हुई इस घटना के बाद कैंपस में निगरानी बढ़ा दी गई है।

दो अगस्त को प्रॉक्टोरियल बोर्ड की बैठक में आरयू कैंपस को कई सेक्टर्स में डिवाइड कर प्रोफेसर्स को रैगिंग रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन, इसका कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है।

दोपहर डेढ़ बजे की घटना

घटना के दौरान मौके पर मौजूद स्टूडेंट्स ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे बीटेक के स्टूडेंट्स कैंपस में घूम रहे थे। इसी दौरान वे एमबीए के एक स्टूडेंट के पास पहुंच गए। उससे नाम पता पूछने लगे। उसे जबरन पकड़ कर रखा था। इसी बीच एमबीए स्टूडेंट ने फोन कर अपने साथियों को वहां बुला लिया। मामले की सूचना कैंपस के सिक्योरिटी इंचार्ज सुधांशु को मिली तो वह भी वहां पहुंच गए। उन्हें देख रैगिंग की कोशिश कर रहे स्टूडेंट भाग गए। इसके बाद सिक्योरिटी इंचार्ज ने हॉस्टल जाकर दोनों पक्षों के स्टूडेंट्स से पूछताछ की और मामला शांत करा दिया।

रात में फिर रैगिंग की कोशिश

नाम न छापने की शर्त पर बीटेक थर्ड ईयर के एक स्टूडेंट ने बताया कि रैगिंग की कोशिश की गई थी। रात करीब 10 बजे बीटेक के स्टूडेंट हॉस्टल पहुंचे और दोबारा रैगिंग की कोशिश की। लेकिन एमबीए के सीनियर्स के आ जाने से रैगिंग करने में सफल नहीं हो सके। इसी दौरान सिक्योरिटी के लोग भी वहां पहुंच गए और दोबारा मामला शांत करा दिया।

मेन हॉस्टल के हैं लड़के

एमबीए स्टूडेंट्स ने बताया कि रैगिंग की कोशिश करने वाले बीटेक के स्टूडेंट्स मेन हॉस्टल के हैं। वे दबंगई के साथ रैगिंग की कोशिश करते रहते हैं। दूसरे कोर्सेज़ के सीनियर्स की भी रैगिंग लेने से बाज नहीं आते।

बरत रहे पूरी सख्ती

घटना को लेकर आरयू एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि रैगिंग का कोई मामला नहीं है। रैगिंग रोकने के लिए आरयू एडमिनिस्ट्रेशन पूरी सख्ती बरत रहा है।

लगातार दूसरे दिन ऐसा मामला

आरयू में रैगिंग से ठीक एक दिन पहले ट्यूजडे को बरेली कॉलेज में भी रैगिंग का मामला सामने आया था। यहां छात्रा के साथ रैगिंग की गई थी। उसे मोबाइल नंबर और पता पूछकर परेशान किया जा रहा था। इस मामले में आरोपी को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर उससे लिखित माफीनामा लिया गया है। उसके पेरेंट्स को भी बुलाया गया था।

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वर्जन

बीटेक थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स ने एमबीए फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग की कोशिश की थी। पूछताछ में पता चला कि रास्ता रोककर नाम और पता पूछा गया था। विरोध करने पर नोकझोंक शुरू हो गई। इसके बाद दोनों ओर से स्टूडेंट्सजमा हो गए थे। मामला शांत करा दिया गया है।

- सुधांशु, सिक्योरिटी इंचार्ज, आरयू

घटना की जानकारी नहीं मिली है। वार्डन से पूछा जाएगा। अगर कोई स्टूडेंट किसी को परेशान करता है। उसका रास्ता रोकता है या तंग करता है तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

प्रो। एके जेटली, चीफ वार्डन, आरयू

Posted By: Inextlive