- केजीएमयू प्रशासन की सख्ती का सीनियर्स ने निकाला तोड़

- देर रात फ्रेशर्स को फोन कर ले रहे उनकी रैगिंग, दहशत के माहौल में रह रहे सभी

- केजीएमयू के न्यू चक्रवर्ती छात्रावास की गैलरी में रात दस के बाद मुर्गा बनाये जा रहे फ्रेशर्स

LUCKNOW: सीनियर: कौन बोल रहा है

फ्रेशर: हां, कौन?

सीनियर: साले मैं तेरा बाप बोल रहा हूं।

फ्रेशर: माफ कीजिए बॉस गलती हो गई।

सीनियर: माफी? बन जा मुर्गा नहीं तो होशियारी न करना क्योंकि तेरे साथी सब बता रहे हैं कि तू क्या कर रहा है।

बस इसके बाद फ‌र्स्ट फ्लोर के एक कमरे में रहने वाला स्टूडेंट कॉरिडोर में ही मुर्गा बन जाता है। मुर्गा बने हुए ही फोन पर बात करता है और जो पूछा जाता है उसका जवाब देता जाता है। कॉरिडोर में उससे कोई कुछ नहीं बोलता लेकिन कमरे में आते ही आपस में हंसी-मजाक शुरू होता हैकि आज कौन फंसा फोन के फेर में। पिछले कुछ दिनों से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के न्यू चक्रवर्ती छात्रावास में यह सीन अकसर देखने को मिल जाता है। कोई मुर्गा बन जाता है तो कोई हवाई जहाज। कोई मेज पर डांस करने लगता है तो किसी को कपड़े उतारने की सजा सुना दी जाती है।

क्या है मामला

दरअसल, रैगिंग रोकने के लिए केजीएमयू प्रशासन की सख्ती के कारण सीनियर्स की एक नहीं चल रही है। सख्त आदेश दिए गए हैं कि फ्रेसर्स की रैगिंग लेते दिखे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कोर्स से निकाला भी जा सकता है। इस कारण सीनियर्स ने अब फोन करके ही जूनियर्स को मुर्गा बनाने का काम शुरू कर दिया है। रैगिंग का स्वरूप बदल गया लेकिन अभी भी यह बंद नहीं हुई। केजीएमयू के टीचर भी दबी जुबान में स्वीकार करते हैं कि मोबाइल पर कोई बात करता है तो इसे रोक पाना संभव नहीं है।

फोन बंद भी नहीं कर सकते

न्यू चक्रवर्ती छात्रावास के एक स्टूडेंट के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लगातार सीनियर्स की कॉल्स आ रही हैं। कोई जार्जियन के बारे में समझाता है तो कोई चालीसा सुनाने को कहता है। इससे कुछ लोगों को दिक्कत हुई लेकिन कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। रात 10 बजे के बाद जिसके भी मोबाइल की घंटी बजती है वह दहशत में आ जाता है। रात में पढ़ाई भी करनी है लेकिन कहीं मोबाइल न बज उठे इसका भी डर सता रहा है। उनका फोन भी उठाना जरूरी है क्योंकि फ‌र्स्ट इयर में पढ़ाई में होने वाली दिक्कतों, बुक्स आदि के बारे में जानकारी और हेल्प उन्हीं से मिलती है। स्टूडेंट्स के अनुसार सीनियर्स के इंस्ट्रक्शन भी फॉलो करना जरूरी है। वह दूसरे स्टूडेंट्स या जानने वाले छात्रों से पूछ लेते हैं कि कौन क्या कर रहा है।

रात 9 बजे से मोबाइल बंद

स्टूडेंट्स के अनुसार टीचर्स की ओर से पिछले दो तीन दिनों से कहा जा रहा है कि सीनियर्स का फोन नहीं उठाना है। पिछले दो दिन से एक गार्ड रात में पूरे हॉस्टल में चक्कर लगाता है और जो भी मोबाइल पर बात करता नजर आता है उसका फोन कट करवाता है। गार्ड के मुताबिक, टीचर्स साफ-साफ ताकीद करते हुये कहा है कि 9 बजे से पहले फोन पर बात करो, उसके बाद सिर्फ पढ़ाई करने के आदेश हैं।

सारी सुविधा हॉस्टल में अंदर

मेडिकोज के अनुसार सामान लेने के लिए स्टूडेंट्स को बाहर न जाना पड़े और उनकी रैगिंग न होने पाए इसके लिए हॉस्टल के अंदर ही बाल काटने वाले नाई से लेकर सारा सामान मौजूद है। एक कमरे में दुकान खुलवा दी गई है। जो सामान यहां भी नहीं मिलता है उसके लिए कर्मचारी रहते हैं जो पैसा लेकर तुरंत सामान ला देते हैं लेकिन किसी को भी बाहर जाना अलाउ नहीं है।

स्टूडेंट्स को सख्त वार्निग दी गई है कि किसी की कॉल या एसएमएस आता है तो तुरंत इनफॉर्म करें। कंपलेन मिली तो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-प्रो। एसएन कुरील

चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू

Posted By: Inextlive