केंद्र सरकार ओलंपिक गेम्स में मेडलों की संख्या बढ़ाने के लिए नई तरकीब पर विचार कर रही है. इसके लिए उसने टीओपी टार्गेट ओलंपिक पोडियम प्लान बनाया. जिसके लिये सांसद अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता में खास केमटी भी बनाई गई है.


टीओपी के तहत खिलाड़ियों को ट्रेनिंग मिलेगीअगले दो ओलंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन बेहतर करने की कवायद में खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल विकास कोष से यह योजना शुरू की है. इसके लिये टीओपी योजना एलीट एथलीट पहचान समिति के गठन का भी फैसला किया गया है जिसके अध्यक्ष भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारी सदस्य और बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर होंगे. खेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि समिति 2016 और 2020 ओलंपिक के लिये 75 से 100 पदक उम्मीदों को चुनेगी जिनमें से 25 से 30 ‘वाच लिस्ट’ में होंगे. इन्हें टीओपी योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जायेगा. इनमें मुख्य खेल एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, कुश्ती और निशानेबाजी होंगे जिनमें भारत का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा रहा है.कमेटी में होंगे बिंद्रा, द्रविड़ और गोपीचंद पुलेला
समिति को काम पूरा करने के लिये दो महीने का समय दिया जाएगा. समिति के सदस्यों में ठाकुर के अलावा पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़, बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, मित्तल चैम्पियंस ट्रस्ट की सीईओ मनीषा मल्होत्रा, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक, खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव और सलाहकार के तौर पर अमृत माथुर शामिल होंगे.

Posted By: Shweta Mishra