लगभग दो महीने की छुट्टी मना कर लौटे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की लोकसभा में लेटेस्ट परफार्मेंस से सब हैरान है. कोई उनका मजाक उड़ा कर बात टाल रहा है तो कोई तारीफ कर रहा है पर सच ये है कि सब राहुल के इस अंदाज से शॉक्ड हैं.

करीब दो माह के विदेश प्रवास से लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अब देश के किसानों की चिंता सता रही है. पहले भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर उन्होंने किसान रैली में चुप्पी तोड़ी और रामलीला मैदान में खुद को किसानों का हमदर्द साबित किया. अब इसके बाद 16वीं लोकसभा में पहली बार उन्होंने किसानों के मुद्दे पर सरकार के ऊपर जम कर हमला बोला. अपने भाषण में उन्होंने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नसीहत दे डाली. गांधी ने लोकसभा में नियम 193 के तहत किसानों की स्थिति पर जारी चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि पीएम को खेतों में जाना चाहिए. किसान किन हालात का सामना कर रहे हैं, उसे समझना चाहिए. उनको बड़े लोगों की राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्हें किसानों की राजनीति करनी चाहिए. राहुल ने बेमौसम बारिश से हुई हानि पर पेश आंकड़ों को लेकर भी केंद्र को घेरा. उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने 180 लाख हेक्टेयर जमीन की फसल प्रभावित होने की बात कही थी. बाद में इसे घटा कर 106 लाख हेक्टेयर किया गया. अब 80 लाख हेक्टेयर की फसल नष्ट होने की बात कही जा रही है.
छा गया सूट बूट सरकार वाला स्लोगन
राहुल ने मोदी सरकार को सूट बूट वाली सरकार कहा, इसके बाद से ही ये स्लोगन सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. राहुल सर्मथक इसे अप्रीशिएट कर रहे हैं और विरोधी इसे राबर्ट वाड़ा से जोड़ कर मजाक बना रहे हैं. जब राहुल ने अपने भाषण में सूट बूट का जिक्र किया तो सत्ता पक्ष ने इस पर अपना विरोध जताया, इस पर राहुल ने मुस्कराते हुए कहा अच्छा चलिए आपने सूट नीलाम कर दिया इसलिए वो बात खत्म अब उसका जिक्र नहीं करेंगे. मोदी को बार बार भाजपा का नेता कहने पर भी सत्ता पक्ष ने ऐतराज किया तो इस पर राहुल ने कहा ठीक है अब उन्हें पीएम कहेंगे क्योंकि आप लोग तो उन्हें अपना नेता मानते ही नहीं हैं.

राहुल और सोनिया ने जताया अपनापन भी  
इस बीच राजनीतिक मतभेद को दरकिनार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास जाकर उनका हाल-चाल जाना. इसके बाद राहुल गांधी ने भी सुषमा के पास जाकर उनका कुशल-क्षेम पूछा. सोनिया जब सुषमा से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछ रहीं थीं तो उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण  आडवाणी भी मौजूद थे. दरसल रविवार को विदेश मंत्री के पैर में उस समय मोच आ गई थी, जब वह सांसदों की कार्यशाला में भाग लेने के बाद संसद भवन की सीढिय़ों से उतर रही थीं. राहुल और सोनिया दोनों ने सुषमा से मुलाकात ऐसे समय की जब सोनिया पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की अशोभनीय टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के विरोध के चलते लोक सभा की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित हुई थी.

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Posted By: Molly Seth