गांधी परिवार के चश्‍मोचिराग राहुल गांधी ने महाराष्‍ट्र और हरियाणा चुनाव प्रचार के शुरूआत में पार्टी को शर्मसार कर दिया है. राहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी सभा में मोदी को विपक्षी नेता कहने की भूल कर डाली.


राहुल की फिसल गई जुबानराहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी रैली में पार्टी के भीतर और बाहर अपने विरोधियों को उनकी योग्यता पर प्रश्न उठाने का मौका दे दिया. दरअसल राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की ओर से महाराष्ट्र रैली में मोदी के ऊपर निशाना साध रहे थे. इसी बीच राहुल गांधी ने मोदी को विपक्षी नेता कह डाला. राहुल ने कहा कि विपक्ष के एक नेता मोदी का कहना है कि पिछले साठ सालों में कुछ नही हुआ और उनकी सोच है कि सिर्फ एक व्यक्ति ही देश को आगे ले जा सकता है. मोदी कर रहे महापुरुषों की आलोचना


राहुल ने कहा कि मोदी एवं विपक्ष के अन्य नेता बार-बार कहते हैं कि देश में पिछले 60 सालों में कुछ नही हुआ. अगर इन्हें सच में ऐसा लगता कि पिछले साठ सालों में किसी प्रकार की प्रगति नही हुई है तो यह महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, बाबा साहब अंबेडकर एवं सरदार बल्लभ भाई की आलोचना कर रहे हैं. देश की प्रगति का श्रेय किसको

राहुल ने कहा कि मैं विपक्ष के नेता के बयान के आधार पर कह रहा हुं कि केंद्र में नई सरकार बने अभी कुछ समय ही हुआ है. ऐसे में देश के विकास का श्रेय किसको जाता है. इसके बाद राहुल गांधी पृथ्वीराज चव्हाण को एक ईमानदार और कर्मठ नेता के रूप में स्थापित करने में लग गए. राहुल ने कहा चव्हाण ईमानदार नेता हैं और कांग्रेस के दुबारा सत्ता में आने से महाराष्ट्र और कोंकण का विकास काफी तेज हो जाएगा.

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Posted By: Prabha Punj Mishra