राहुल गांधी ने प्रवासी मजदूरों की मौत पर शायराना अंदाज में कसा तंज, उनका मरना देखा जमाने ने एक मोदी सरकार है जिसे खबर ना हुई
नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मंगलवार को शायराना अंदाज में केंद्र की मोदी सरकार को लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूरों की माैत और नाैकरी जाने को लेकर हमला किया है। वायनाड सांसद ने सोमवार को श्रम और रोजगार मंत्रालय के एक लिखित जवाब के बाद केंद्र को आड़े हाथों लिया है, जिसमें यह कहा गया था कि सरकार के पास प्रवासियों की मृत्यु या नौकरी के नुकसान की संख्या पर ऐसा कोई डेटा उपलब्ध नहीं है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार को यह नहीं पता है कि कितने प्रवासी श्रमिकों की मृत्यु हुई और कितने काम बंद हो गए।
मोदी सरकार नहीं जानती कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मज़दूर मरे और कितनी नौकरियाँ गयीं।
तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई?
हाँ मगर दुख है सरकार पे असर ना हुई,
उनका मरना देखा ज़माने ने,
एक मोदी सरकार है जिसे ख़बर ना हुई।
तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई
इतना ही नहीं राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया कि तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हां मगर दुख है सरकार पे असर ना हुआ, उनका मरना देखा जमाने ने, एक मोदी सरकार है जिसे खबर ना हुई। राहुल गांधी का कहना है कि भारत में कोरोना वायरस महामारी की वजह से मार्च में अचानक से लाॅकडाउन लगा दिया गया था ताकि वायरस ज्यादा न फैले। इस दाैरान प्रवासी मजदूर इससे खासा प्रभावित हुए क्योंकि बड़ी संख्या में प्रवासी औद्योगिक शहरों से निकलकर अपने घरों को लाैट रहे थे।
बड़ी संख्या में लोगों की नाैकरी गई
इसमें तो तमाम प्रवासियों ने पैदल ही हजारों किलोमीटर की यात्रा तय की। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि लाॅकडाउन में बड़ी संख्या में लोगों को नाैकरियां भी चली गई है। लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। राहुल गांधी अब तक कई बार केंद्र की माेदी सरकार को लाॅकडाउन और कोरोना वायरस पर सरकार को उसकी रणनीति को लेकर घेर चुके हैं।