दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उपराज्यपाल के आवास का घेराव करने के लिए राज निवास की ओर मार्च निकाला। हालांकि इस दाैरान पुलिस ने रोक दिया। राहुल गांधी ने कहा कि कानून रद होंगे नरेंद्र मोदी जी को समझ जाना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन किया। वे किसानों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यहां एक विरोध मार्च में शामिल हुए और राज निवास की ओर बढ़े, जहां दिल्ली के उपराज्यपाल का आवास और कार्यालय है। हालांकि उन्हें पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। राहुल गांधी ने कहा कि ये तीन कानून किसान को खत्म करने के कानून हैं। इस देश को आजादी अंबानी-अदानी ने नहीं, किसान ने दी है। आजादी को बरकरार हिन्दुस्तान के किसान ने रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन ​देश की आजादी चली जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान को नहीं समझ रहे
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान को नहीं समझ रहे हैं, वो सोचते हैं कि किसानों में शक्ति नहीं है और ये 10-15 दिन में चले जाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी किसान की इज्जत नहीं करते। ऐसे में नरेंद्र मोदी को समझने की जरूरत है कि हिन्दुस्तान का किसान नहीं डरेगा, नहीं हटेगा और भागना आपको पड़ेगा। कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए कांग्रेस द्वारा मार्च निकाला गया। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 51वें दिन भी जारी है। दिल्ली की सीमाओं के पास हजारों किसान माैजूद पार्टी नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है, क्योंकि 50 दिनों से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं के पास हजारों किसान माैजूद हैं। किसान यूनियनें नए कानूनों को रद करने की मांग कर की है। शुक्रवार का विरोध देश भर के राज्यों में राजभवन के लिए कांग्रेस के योजनाबद्ध राष्ट्रव्यापी मार्च का एक हिस्सा है। कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए इस तरह के मार्च निकालने का निर्णय पार्टी के अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ हाल ही में हुई बैठक में लिया गया था।

Posted By: Shweta Mishra