कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है। इसमें पाकिस्तान या किसी अन्य देश के दखल देने की कोई जगह नही है।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। हाल ही में विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर में प्रवेश करने और दिल्ली वापस भेजे जाने के बाद राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार के रुख का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें पाकिस्तान को दखल देने की कोई जगह नही है। राहुल वर्तमान में अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड में हैं।पाकिस्तान पूरी दुनिया में आंतकवाद का पोषक और समर्थक


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट्स के जरिए अपना यह स्टेटमेंट दिया। उन्होंने कहा कि मैं कई मुद्दों पर इस सरकार से असहमत हूं लेकिन मुझे यह बिल्कुल स्पष्ट करना चाहिए कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें  पाकिस्तान या अन्य किसी भी देश के हस्तक्षेप की कोई जगह नहीं है। जम्मू-कश्मीर में हिंसा हो रही है। इस हिंसा का पाकिस्तान समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान पूरी दुनिया में आंतकवाद का पोषक और समर्थक है। पाक ने कांग्रेस नेताओं के मीडिया बाइट्स का उपयोग किया

राहुल ने कहा कि पाक पीएम इमरान खान ने भारत सरकार के अनुच्छेद 370 निरस्त करने के मुद्दे को उठाया है। पाकिस्तान सरकार और उसके कई मंत्रियों ने कश्मीर के मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए कांग्रेस नेताओं के मीडिया बाइट्स और ट्वीट्स का भी उपयोग किया है। राहुल गांधी के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सभी को जोर देकर कहा है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। जम्मू-कश्मीर से Article 370 हटाने पर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र को नोटिस, अब अक्टूबर में होगी सुनवाईराहुल के अलावा इन नेताओं ने अनुच्छेद 370 रद का समर्थनकांग्रेस केवल उस तरीके का विरोध करती है जैसे अनुच्छेद 370 को रद किया गया। शशि थरूर ने भी ट्वीट करते हुए पाक से कांग्रेस के रुख से किसी तरह की सहूलियत न लेने के लिए कहा है। राहुल के अलावा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनार्दन द्विवेदी, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा, विधायक अदिति सिंह, मिलिंद देवड़ा जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने अनुच्छेद 370 को रद के सरकार के फैसले का समर्थन किया है।

Posted By: Shweta Mishra