कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी गुरुवार को हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के परिजनाें से मिलने पहुंचे। उनके इस दाैरे पर यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि राहुल गांधी और उनकी बहन इस मुद्दे पर राजनीति करने के अलावा कुछ नहीं करना चाहते हैं। राजस्थान में भी ऐसा मामला हुआ तो ये लोग वहां क्यों नहीं जा रहे हैं?


लखनऊ (एएनआई)। यूपी के हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता की माैत के बाद कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी व उनकी पार्टी के अन्य लोग पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। राहुल और प्रियंका गांधी लगातार इस मामले में सरकार पर निशाना साध रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस मामले में उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर राजनीति करना चाहते हैं। राहुल गांधी और उनकी बहन इस मुद्दे पर राजनीति करने के अलावा कुछ नहीं करना चाहते हैं। वे पीड़ित के घावों पर मरहम नहीं लगाना चाहते हैं, बल्कि खुद के घावों को ठीक करना चाहते हैं। कांग्रेस के नेता राजस्थान का दौरा क्यों नहीं कर रहे
यूपी के कैबिनेट मंत्री सवाल किया कि कांग्रेस के नेता राजस्थान का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं, जहां से इसी तरह की घटना की सूचना मिली है। सोनिया गांधी को भी राजस्थान में घटना के लिए जवाब देना चाहिए। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान में दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की खबरें सामने आई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बारां में हुई है। हालांकि राजस्थान पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपों से इनकार किया है। मंत्री ने कहा कि हाथरस सामूहिक दुष्कर्म मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाएगी और जोर दिया कि इस मामले में सख्त से सख्त सजा दी जाएगी ताकि एक मिसाल कायम की जा सके। हाथरस में हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद, घर और एक नौकरी मुख्यमंत्री के साथ बात करते हुए मृतक के परिवार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई का अनुरोध किया था। सरकार भी यही चाहती है, इसलिए पूरे मामले को तेजी से सुना जाएगा। इस तरह की घटनाएं फिर से न हों इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने पीड़ित के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद, एक घर और एक नौकरी दी है। एक एसआईटी का गठन भी किया गया है, जिसे सात दिनों में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को 19 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। पहले यूपी फिर दिल्ली में उपचार के दाैरान मंगलवार को पीड़िता ने दम तोड़ दिया है। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है।

Posted By: Shweta Mishra