VRINDAVAN (20 April ): मथुरा-वृन्दावन के बीच दैनिक यात्रियों को जल्द ही रेलवे तोहफा दे सकता है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो एक बार फिर रेल बस पटरी पर दौड़ती नजर आएगी। हालांकि अभी इसके परिचालन की तारीख निश्चित नहीं है। मथुरा वृंदावन के मध्य रेलवे की ओर से आवागमन का एक मात्र साधन डीजल चलित रेलबस पिछले दस महीनों से तकनीकी खराबी के चलते बंद है।

सौ वर्ष पुराना है इतिहास

इतिहास के पन्नों में दर्ज इस रेल लाइन का इतिहास लगभग सौ वर्ष पुराना है। गुरुदेव संत गिरधारी शरण बिहारी महाराज की आज्ञा से जयपुर के तत्कालीन महाराजा माधव सिंह ने प्राचीन जयपुर मंदिर के निर्माण में प्रयुक्त होने वाले विशाल पत्थरों को राजस्थान से लाने के लिए इस रेलवे लाइन का निर्माण करवाया था। आजादी के बाद वृन्दावन रेलवे स्टेशन की स्थापना कर यहां से एक यात्री गाड़ी संचालित की जाती थी, जो कि मथुरा होते हुए बरेली से काठगोदाम तक जाती थी। इसके अलावा यहां से कासगंज के लिए भी यात्री गाड़ी संचालित थी, जो कि स्थानीय व्यापारियों के लिए एक फायदे का सौदा थी, लेकिन यही यात्री गाड़ी रेलवे के लिए घाटे का सौदा साबित हुई। बीतते समय के साथ ही रेलवे ने इन यात्री गाडि़यों का संचालन बंद कर दिया और 75 सवारियों को ले जाने वाली डीजल चलित रेलबस शुरू कर दी।

दिन में 6 चक्कर लगाने वाली रेल बस तो शुरू में रेलवे के लिए फायदे का सौदा साबित हुई, लेकिन धीरे-धीरे यह भी लाल फीताशाही का शिकार हो गयी। बीच-बीच मे कई बार रेल बस का संचालन भी बंद होता रहा। बाद में जुलाई 2015 में रेल बस का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया। इससे दैनिक यात्रियों और श्रद्धालुओं को खासी असुविधा हुई तो कई संगठनों ने विरोध भी जताया। रेलवे के अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर रेलबस को सुचारू कराने की मांग भी की गई। इतना ही नहीं इस रेल बजट से पहले क्षेत्रीय सांसद हेमामालिनी इस रेल लाइन को पर्यटन के रूप में बढ़ावा देने के उद्देश्य से रेलबस को वातानुकूलित कर यात्रियों की सुविधा बढ़ाने का सुझाव भी रेलवे को भेजा। जिस पर अधिकारियों ने अपनी सहमति भी जताई। रेल बजट से स्थानीय लोगों को खासी आशाएं भी थी, लेकिन यह क्षणिक ही साबित हुई। रेलबस के संचालन को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। अब संभवत: रेल बस के पुन: संचालन की आशाएं जगने लगी हैं।

भूपिंदर ढिल्लन,

जनसंपर्क अधिकारी आगरा का कहना है कि जल्द ही रेल बस का संचालन शुरू किया जाएगा। कुछ तकनीकी कारणों से बंद की गई रेल बस जल्द ही पटरी पर दौड़ने की उम्मीद है। इसकी तकनीकी खामी को इंजीनियरों द्वारा दूर कर लिया गया है।

Posted By: Inextlive