- लंबे समय से चल रहा है पटना साहिब, फतुहा और बख्तियारपुर रेलवे स्टेशनों पर अवैध रूप से ठेकेदारी में वसूली का खेल

PATNA : रेलवे स्टेशन, ट्रेन और स्टेशन का सर्कुलेटिंग एरिया में धड़ल्ले से चलता है अवैध वसूली का खेल। खेल भी ऐसा जिसमें लोग अपनी जान तक गवां बैठते हैं। जान गंवाने वाले वो लोग हैं, जो ठेकेदार बनकर रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में चलने वाले अवैध वेंडर्स से रुपए की वसूली करते हैं। वो भी राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के लिए। अवैध वेंडर्स से रुपए की वसूली करने वालों को ठेकेदार कहा जाता है। लेकिन यह ऑन रिकॉर्ड नहीं होता। अवैध वसूली के इस गेम में अब कुछ पुलिस वाले ही बुरी तरीके से फंस गए हैं। इन पुलिस वालों के खिलाफ पटना पुलिस द्वारा पकड़े गए कुख्यात क्रिमिनल्स ने अपना बयान दिया है, जो कुख्यात क्रिमिनल नीतीश के गुर्गे हैं और उसके लिए ठेकेदारों से रंगदारी वसूला करते हैं।

जा चुकी है दो की जान

वसूली के खेल में नीतीश और उसके गुर्गो ने मिलकर अब तक दो ठेकेदारों की जान ले ली है। बख्तियारपुर में योगेन्द्र यादव तो फतुहा में शिबू यादव, जबकि गौरी यादव को बख्तियारपुर में ही गोलियों से भून दिया गया। हालांकि 7 गोली लगने के बाद भी वह जिंदा बच गया।

पूछताछ में कल्लू ने खोला राज

पटना साहिब, फतुहा और बख्तियारपुर रेलवे स्टेशनों पर अवैध रूप से ठेकेदारी चलती है। इसमें रेल पुलिस का सहयोग होता है। इसका खुलासा नीतीश का राइट हैंड माना जाने वाला कुख्यात कल्लू पासवान उर्फ चुरामण पासवन ने किया। पुलिस सूत्रों की मानें तो सीनियर पुलिस ऑफिसर्स की मौजूदगी में पूछताछ के दौरान इनका खुलासा कल्लू ने किया था।

पुलिस वालों को मिलते फ्0 हजार रुपए

पुलिस सूत्र बताते हैं कि स्टेशनों पर रेल पुलिस को प्रत्येक मंथ करीब फ्0 हजार रुपए पहुंचाए जाते हैं। इन रुपयों को ठेकेदार पहुंचाया करता है। पटना पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

पुलिस वालों से होगी पूछताछ

पूछताछ के दौरान कल्लू ने पटना पुलिस को रेल पुलिस के कई सिपाहियों व पुलिस ऑफिसर्स का नाम बताया था। इस बारे में एसएसपी मनु महारज ने बताया कि मामले की छानबीन चल रही है। इसमें जिन पुलिस वालों का नाम आया है, सभी से पूछताछ होगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

Posted By: Inextlive