एनईआर का नया ब्रेन, अब नहीं पिटेगी ट्रेन
-ट्रेन्स का शेड्यूल पटरी पर लाने के लिए एनईआर ने उठाया नया कदम
-रेलवे स्टेशंस से गार्ड बॉक्स को हटाकर लगाया जा रहा गार्ड कोच में -बाक्स लेने में लगने वाले समय की होगी बचत, ट्रेन नहीं हो सकेगी लेट VARANASI ट्रेनों को राइट टाइम चलाने के लिए एनईआर ने एक और कदम उठाया है। अब रेलवे स्टेशंस से गार्ड बॉक्स को हटाकर उसे गार्ड कोच में ही लगाया जा रहा है। इस बॉक्स में ट्रेन के संचालन से संबंधित सारे सामान मौजूद रहेंगे। 22 ट्रेन्स में यह काम पूरा भी कर लिया गया है। अभी तक गार्ड बॉक्स को लेने के लिए ट्रेन्स को स्टेशन पर रोकना पड़ रहा है। इसमें समय लगता है। इससे ट्रेन्स लेट हो जा रही हैं। एनईआर के इस नये कदम से ट्रेनें अपने निर्धारित समय से चल सकेंगी। इंतजार में खड़ी रहती है ट्रेनइस अनूठी पहल से एनईआर को अब इन बक्सों को स्टेशन से उठाकर ट्रेन्स तक लाने व उसे स्टेशन तक पहुंचाने के लिए पोर्टर पर होने वाले खर्च से भी छुटकारा मिल जाएगा। ऑफिसर्स के मुताबिक बाकी बची सभी ट्रेन्स के गार्ड कोच में भी डाक बाक्स जल्द लगवा दिया जाएगा। तब बॉक्स के लिए ट्रेन को इंतजार नहीं करना होगा।
22 ट्रेन्स से हुई शुरुआत
एक सर्वे में यह पाया गया है कि अधिकतर ट्रेन्स स्टेशन पर समय से पहुंचने के बाद भी प्लेटफॉर्म पर गार्ड बक्सा लेने के चलते भी लेट से रवाना होती हैं। इसी क्रम में एनईआर की 22 ट्रेन्स के गार्ड कोच में बॉक्स को इनबिल्ड करा दिया गया है। जिसमें ट्रेन के संचालन संबंधी सामान जैसे पटाखा, झंडियां, डॉक्यूमेंट, टार्च व इमरजेंसी सामान रखे गये हैं। अब ट्रेन्स प्लेटफॉर्म पर गार्ड बॉक्स के चक्कर में स्टेशन पर खड़ी नहीं होंगी। सिग्नल मिलते ही ट्रेन स्टेशन से रवाना हो जाएंगी। इससे शेड्यूल को मेंटेन करने में बहुत हद तक कामयाबी मिल सकेगी। वर्जन-- रेलवे ट्रेन्स को राइट टाइम संचालित करने के लिए कई प्रयास कर रहा है। इसमें अब गार्ड बाक्स को कोच में फिक्स कराया जा रहा है। जिसके बाद ट्रेन्स का संचालन टाइम से हो पाएगा संजय यादव, सीपीआरओ एनईआर